कृषि जिंसों की एक्सपायरी 20 से बढ़ाकर अब 30 अप्रैल होगी

जयपुर, 31 मार्च। (ब्यूरो रिपोर्ट) कमोडिटी मार्केट नियामक सीक्यूरिटीज एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने एक्सचेंजों से कहा है कि 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान परिचालन और जिंसों की आपूर्ति में अवरोध को देखते हुए वे कृषि जिंसों के अनुबंधों की एक्सपायरी की समीक्षा करें। इसे देखते हुए देश के सबसे बड़े नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (एनसीडैक्स) ने 20 अप्रैल को परिपक्व होने वाले सभी कृषि जिंसों की तारीख अब 30 अप्रैल कर दी है। एक्सचेंज की 20 मार्च की एक्सपायरी लॉकडाउन से पहले पूरी हो गई थी। हालांकि एक्सचेंज को लॉकडाउन की भारी कीमत चुकानी पड़ी है, क्योंकि उसका वॉल्यूम महीने के शुरुआत के मुकाबले घटकर आधा रह गया। सभी एक्सचेंजों की तरफ से जिंस डेरिवेटिव के शाम का सत्र बंद किए जाने और 14 अप्रैल तक शाम 5 बजे तक कारोबार बंद किए जाने (जिसे आज से क्रियान्वित किया गया) के फैसले से अब पूरा ध्यान कृषि क्षेत्र पर लग गया है।

ब्रोकरों ने नियामक से अनुरोध किया था कि लॉकडाउन तक शाम का सत्र (शाम 5 बजे से 11.30 बजे तक) बंद किया जाए, लेकिन नियामक ने इसका फैसला एक्सचेंजों पर छोड़ दिया। इसी तरह विशेषज्ञों ने सेबी से कहा था कि वह अप्रैल में एक्सपायर होने वाले अनुबंध का मई के अनुबंध के साथ विलय कर दें, क्योंकि कृषि शृंखला में कई अवरोध हैं।