कोरोना के प्रसार से अमेरिका में भी किसानों का बुरा हाल

जयपुर, 12 अप्रैल। (ब्यूरो रिपोर्ट) देश में चना व सरसों की फसल पककर तैयार खड़ी है। अधिकांश सरसों तो कटकर खलिहानों में पड़ी हुई है। इसी प्रकार चना व गेहूं की फसल कटने को तैयार है, मगर कोरोना के कारण चहुं ओर सन्नाटा छाया हुआ है। उधर कोरोना वायरस महामारी के चलते अमेरिका में भी किसानों का बुरा हाल है। बाजार बंद होने से उनका माल उठ नहीं रहा है। महामारी के कारण रेस्टोरेंट तथा डिपार्टमेंटल स्टोर जैसी सेवाएं भी मजबूरन बंद करनी पड़ी हैं, मगर किसानों ने काम करना बंद नहीं किया है। आपूर्ति श्रृंखला मे लगे लोगों को नई परिस्थितियों से निपटने में कठिनाई हो रही है। डेयरी किसानों के लिए अपने उत्पाद संभालना मुश्किल हो रहा है।

पेंसिल्वेनिया में अपने पति के साथ 70 गायों का डेयरी फार्म चलाने वाली ब्रेंडा कोचरान ने कहा कि हाल ही में दो बार उन्हें अपने दूध को फेंक देने का आदेश दिया गया था। इस दंपति को अपने अतिरिक्त दूध को खाद का छिड़काव करने वाले वाहन में लाद कर अपने खेतों में फेंकना पड़ा। कोचरन ने कहा कि एक तरफ तो ‘हम अपने दूध को फेंकने को बाध्य हो रहे हैं और उसी समय मीडिया में यह तस्वीर दिखती है कि डेयरी उत्पादों के रैक खाली पड़े हैं।