ग्राहकी नहीं, मिलों में मैदा, सूजी का बढ़ रहा स्टॉक

जयपुर, 9 अप्रैल। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में भले ही 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन राज्य की आटा व मैदा मिलों के पास मैदा व सूजी का जरूरत से ज्यादा स्टॉक जमा हो गया है। प्रत्येक आटा मिल के पास गेहूं का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है तथा आटे की कहीं कोई किल्लत नहीं है। जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं के भाव वर्तमान में 1850 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। कारोबारी मुकुल मित्तल ने बताया कि केन्द्रीय पूल से गेहूं व चावल के रैक विभिन्न खपत वाले राज्यों को लोड हो रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार लॉकडाउन से अब तक खाद्दान्नों से भरे 721 रैक् राज्यों को निकल चुके हैं। इससे देश की जनता को खासी राहत मिली है। गेहूं की नई फसल भी आ गई है।

इस बीच सप्लाई चेन में आई रुकावट को दूर करने के लिए कृषि मंत्रालय ने सभी राज्यों से बड़े रिटेलर्स, बल्क बायर्स तथा फूड प्रोसेसिंग कंपनियों को सीधे किसानों से फसल खरीदने को मंजूरी देने का सुझाव दिया है। सप्लाई में सुधार की कोशिश में कृषि मंत्रालय द्वारा रखे प्रस्ताव के मुताबिक बल्क बायर किसानों से सीधे फसल खरीद सकेंगे। इससे बड़ी रिटेल कंपनियों को फायदा हो सकता है। इस प्रस्ताव के लागू होने पर फूड प्रोसेसिंग कंपनियों को भी फायदा हो होगा। कृषि सचिव ने कहा है कि राज्य सरकारें अगले तीन माह तक इस व्यवस्था को लागू करें। इससे राज्यों की मंडियों में भीड़ कम होगी और सप्लाई चेन में आई रुकावट भी दूर होगी।