मंडियों में 3100 रुपए क्विंटल बिक रहा लूज चना

डिमांड नहीं होने से और गिरावट के आसार

जयपुर। प्रदेश की मंडियों में इन दिनों लूज चने के भाव घटकर 3100 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास आ गए हैं, जबकि जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी चना 3500 रुपए प्रति क्विंटल के करीब बिक रहा है। ये हालात तो तब हैं, जब बेसन व चना दाल में सावों की डिमांड चल रही है। जानकारों का कहना है कि ब्याह-शादियों की मांग भी अब दो मई तक ही रहेगी। दो मई को पीपल पूर्णिमा का लास्ट सावा है। फिर एक माह तक अधिक मास रहेगा। इस दौरान मांगलिक कार्य बंद रहेंगे। सिंघल दाल मिल के निदेशक कमल अग्रवाल कहते हैं कि मई माह के दौरान चना, चना दाल एवं बेसन की बिक्री ठंडी पड़ जाएगी।

लिहाजा चने में और मंदी के आसार बन सकते हैं। उधर चने के भाव काफी कम होने से मंडियों में किसानी माल की आवक दिनों दिन घट रही है। चूंकि स्टॉकिस्ट बिल्कुल सक्रिय नहीं हैं। सरकारी नीतियों के चलते स्टॉकिस्टों में घबराहट का माहौल है। अग्रवाल ने बताया कि इस साल चने का बंपर उत्पादन किसानों के लिए मुसीबत बना हुआ है। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष किसानों को चने की कीमत तकरीबन 40 प्रतिशत कम मिल रही है। चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य बोनस सहित 4400 रुपए प्रति क्विंटल है।

कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में इस बार 1.10 करोड़ टन चना उत्पादन का अनुमान है। व्यापारी उतना ही चना खरीद रहे हैं, जितनी उनकी खपत है। इसे देखते हुए चने के दाम इस साल कितने और नीचे आएंगे कहा नहीं जा सकता। मीडियम चना दाल वर्तमान में 4150 से 4200 रुपए प्रति क्विंटल बेची जा रही है। थोक बाजार भाव इस प्रकार रहे:-

आटा (50 किलो) नमस्कार 1121, सारथी 1100 रुपए। बेसन (50 किलो) लकड़ाजी 2400, सारथी 2300 रुपए। अरावली 1175 रुपए प्रति 25 किलो। अजवायन मधुबाला 150, जीरा (279) 200, मधुबाला पोस्तदाना 450, पोहा-लाल गणेश 44, मधुबाला 45 रुपए प्रति किलो।पशु आहार- ग्वाला डायमंड 1850, महाराजा सुपर 1910, महाराजा मोहन भोग 1860, महाराजा राजभोग 1760 रुपए प्रति क्विंटल।