युवाओं को कुशल बनाए बिना बेहतर इंडस्ट्री का सपना अधूरा

जयपुर। भारतीय स्किल डवलपमेंट यूनिवर्सिटी यानी बीएसडीयू ने एक दिवसीय डायरेक्टर्स कानक्लेव का आयोजन किया। इसमें प्रदेश के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों के निदेशकों ने युवाओं को कुशल बनाने के लिए नवाचार और रचनात्मक तरीकों से रूबरू कराया। एमएसएमई के प्रमुख सचिव पन्नीरसेलवम रामास्वामी के अनुसार हमारा ध्यान युवाओं और उद्यम विकास को समान अनुपात में कुशल बनाना है। उन्होंने कहा युवाओं को कुशल बनाए बिना बेहतर इंडस्ट्री का सपना पूरा नहीं हो सकता।

बीएसडीयू के प्रेसिडेंट ब्रिगेडियर डा. एस.एस. पाब्ला ने कहा कि हर साल राजस्थान में बड़ी संख्या में इंजीनियर तैयार हो जाते हैं, लेकिन उन्हें पूरी क्षमताओं के हिसाब से रोजगार नहीं मिलता। तथा उनका शुरुआती मासिक वेतन भी 7000 से 15000 रुपए तक होता है। जबकि हमारे छात्र अपनी व्यावसायिक डिग्री के मध्य में ही 15000 रुपए के आसपास स्टाइपेंड हासिल करते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इंजीनियरिंग छात्रों को प्रशिक्षित किया जाए तथा उन्हें इंडस्ट्री एक्सपोजर भी मिले। ताकि उन्हें नौकरी के लिए तैयार किया जा सके।

इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार के एमएसएमई निदेशक ने इनक्यूबेसन सेंटर के लिए अनुदार की रकम 5 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपए करने की घोषणा की।