सरकार ने मांगें नहीं मानी तो 14 मई से व्यापारियों की हड़ताल
जयपुर। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ ने चेतावनी दी है कि यदि राजस्थान सरकार ने व्यापारियों की उचित मांगें नहीं मानी, तो 14 मई से दो दिन की हड़ताल रखी जाएगी। गौरतलब है कि संघ ने राज्य सरकार को व्यापारिक समस्याओं के समाधान के लिए 15 दिन का समय दिया था, किंतु सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। संघ के चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने कहा कि सभी समस्याओं के समाधान के लिए संघ की कार्यसमिति ने 10 मई तक का समय दिया है। यदि 10 मई तक राज्य सरकार समस्याओं का समाधान नहीं करती है तो 12 मई को आम सभा बुलाकर 14 एवं 15 मई को प्रदेश की सभी मंडियों में व्यापार बंद किया जाएगा। बंद में तेल मिलों एवं दाल मिलों के अलावा राज्य की सभी थोक मंडियां बंद रहेंगी।
व्यापारियों की मुख्य मांगें
1 गेहूं की खरीद हरियाणा एवं पंजाब के पैटर्न पर की जाए।
2 समर्थन मूल्य पर खरीद की जाने वाली जिंसों की आढ़त दी जाए।
3 वायदा बाजार से कृषि जिंसों को बाहर निकाला जाए।
4 ई-नाम व्यवस्था स्थगित की जावे।
5 इलेक्ट्रोनिक कांटा या तिपाई जिस पर भी किसान चाहे माल की तुलाई करें।
6 मंडियों में निर्मित प्लेटफॉर्म का समुचित उपयोग हो।
7 नाम एवं भागीदार परिवर्तन पर मांगी जा रही डीएलसी की 1 से 5 प्रतिशत राशि समाप्त की जाए।
8 सभी कृषि जिंसों पर मंडी सैस समाप्त किया जाए।
9 चीनी पर मंडी सैस आधा प्रतिशत किया जाए।
10 मंडियों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जांए।
11 तेल तिलहन पर लाइसेंस समाप्त किया जाए।
12 मंडियों में मांगे जा रहे यूडी टैक्स को समाप्त किया जाए।