39वां रबी तेल तिलहन सेमिनार दिल्ली में

39वां रबी तेल तिलहन सेमिनार दिल्ली में आज से

देश में कुल सरसों पैदावार में राजस्थान का 40 फीसदी योगदान

फसलों के उत्पादन एवं खपत के आंकड़े भी पेश किए जाएंगे

सरसों की पैदावार कैसे बढ़े, इस पर विशेष सत्र आयोजित

जयपुर। अखिल भारतीय रबी तेल तिलहन सेमिनार दिल्ली में गुरुवार से शुरू हो रहा है। ऑयलसीड, ऑयल ट्रेड एंड इंडस्ट्री पर आयोजित इस दो दिवसीय 39वें रबी सेमिनार में दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा एवं पंजाब आदि राज्यों के करीब 1500 डेलिगेट्स भाग लेंगे। दी सैन्ट्रल ऑर्गेनाइजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (कुईट) तथा मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में तेल तिलहन एवं उद्योग से जुड़ी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

कुईट एवं मोपा के नेशनल प्रेसिडेंट बाबूलाल डाटा एवं कुईट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल चतर ने बताया कि सेमिनार में रबी तिलहन फसलों के उत्पादन एवं खपत के आंकड़े भी पेश किए जाएंगे। गौरतलब है कि देश में कुल सरसों पैदावार का लगभग 40 फीसदी उत्पादन अकेले राजस्थान में होता है। इसे देखते हुए केन्द्र सरकार से राजस्थान को सरसों प्रदेश घोषित करने की पुरजोर मांग की जाएगी। डाटा ने कहा कि सरकार को हाल ही दिए ज्ञापन में कहा गया है कि लोकल तेल उद्योग को पनपाने के लिए आयातित तेलों पर एक्साइज ड्यूटी उसी मात्रा में लगाई जाए।

इस मौके पर राजनेता, कृषि विशेषज्ञ, किसान एवं तेल-तिलहन उद्योग से जुड़े प्रतिनिधि भाग लेंगे। देश में सरसों का उत्पादन कैसे बढ़े, इस पर अलग से एक टैक्निकल सत्र आयोजित किया गया है। इसमें वैज्ञानिकों एवं कृषि के जानकारों की विशेष भूमिका होगी। संगोष्ठी में कृषि प्रदर्शनी लगाने के अलावा तेल उद्योग से संबंधित एक स्मारिका का विमोचन भी किया जाएगा।