प्रदेश की 75 फीसदी तिल्ली तेल इकाईयां बंद

जून में आएगी नई बंगाल तिल्ली

जयपुर, 27 जनवरी। उत्पादन बेपड़ता होने से इन दिनों प्रदेश की 75 फीसदी तिल्ली तेल इकाईयां बंद पड़ी हुई हैं। लाल तिल्ली तेल की डिमांड नहीं होने से भी कारोबार ठप है। गौरतलब है कि राजस्थान में तिल्ली तेल की करीब 40 यूनिट हैं, जिनमें से लगभग 30 इकाईयों में उत्पादन नहीं के बराबर हो रहा है। सत्य ट्रेडिंग कंपनी के दिनेश वैद ने बताया कि लाल तिल्ली (बंगाल तिल्ली) की नई फसल जून में आएगी। वर्तमान में जयपुर डिलीवरी लाल तिल्ली के भाव 7700 रुपए प्रति क्विंटल, जबकि सफेद तिल्ली 10500 रुपए प्रति क्विंटल बेची जा रही है। दूसरी ओर कमजोर लिवाली के चलते बिनौला खल 2300 से 2450 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिरता लिए हुए थी। तिल पपड़ी 3000 रुपए तथा तिल डली 3500 रुपए प्रति क्विंटल बोली गईं। इस बीच राज्य की उत्पादक मंडियों में नई सरसों की सीमित आवक प्रारंभ हो गई है। सरसों तेल मिलों में उत्पादन कम होने से सरसों खल प्लांट 15 रुपए उछलकर 1875 रुपए प्रति क्विंटल बेची गई। लाइनों में इसके भाव 1775 रुपए प्रति क्विंटल बताए गए। ब्रोकर सुरेश खंडेलवाल ने बताया कि नई सरसों खल दो सप्ताह बाद आने की संभावना है। कांडला पोर्ट पर मस्टर्ड डीओसी के भाव 15700 रुपए प्रति टन पर लगभग स्थिर बने हुए हैं। थोक बाजार भाव इस प्रकार रहे:-

ग्वाला डायमंड 1800, महाराजा सुपर1810, महाराजा मोहन भोग 1760,महाराजा राजभोग 1660, आशीर्वाद गोल्ड 1800, एस्सार डेयरी स्पेशल2000 रुपए प्रति क्विंटल।