देश में 85 लाख टन सरसों उत्पादन का अनुमान

मस्टर्ड ऑयल एसोसिएशन ने जारी किया क्रॉप एस्टीमेट

जयपुर 26 फरवरी। देश में इस साल 85 लाख टन सरसों उत्पादन होने के आसार हैं। पिछले साल 71.50 लाख टन सरसों सीड की पैदावार हुई थी। यह जानकारी मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) एवं दी सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने संयुक्त रूप से जारी क्रॉप एस्टीमेट में दी। मोपा अध्यक्ष बाबूलाल डाटा एवं सह सचिव अनिल चतर ने बताया कि क्रॉप एस्टीमेट की जानकारी करने के लिए देश भर में सात टीमें गठित की गई थी, जिसमें 55 विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। देश में सरसों पैदावार के ये फाइनल आंकड़े यहां सोमवार को जारी किए गए। इस बीच देश भर की मंडियों में करीब ढाई लाख बोरी सरसों की दैनिक आवक शुरू हो गई है। इसमें 40 लाख बोरी पुरानी सरसों भी शामिल है। आवक दबाव बढ़ने से सरसों में निरंतर गिरावट का रुख बना हुआ है। एक सप्ताह के दौरान सरसों में लगभग 125 रुपए प्रति क्विंटल निकल गए हैं। नई सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव और नीचे आकर मंगलवार को 4000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास रह गए हैं। मंडियों में लूज सरसों 3400 से 3600 रुपए प्रति क्विंटल बिकने के समाचार हैं। नई सरसों में 7 से 20 फीसदी तक नमी बताई जा रही है।

देश में कहां कितनी दैनिक आवक

राजस्थान          80 लाख बोरी

मध्य प्रदेश         30 लाख बोरी

उत्तर प्रदेश         50 लाख बोरी

हरियाणा           5 लाख बोरी

गुजरात            5 लाख बोरी

अन्य राज्य     30 लाख बोरी

(स्रोत- मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया)