बगरू, चाकसू एवं निम्बाहेड़ा में नए जौ की आवक शुरू

चित्तौड़गढ़ का जयपुर डिलीवरी जौ 2300 रुपए प्रति क्विंटल बिका

जयपुर, 28 फरवरी। प्रदेश की कुछ मंडियों में इन दिनों नया जौ आने लगा है। बगरू, चाकसू, चित्तौड़गढ़ एवं निम्बाहेड़ा आदि मंडियों में करीब दो हजार बोरी नया जौ प्रतिदिन उतर रहा है। हालांकि अभी नए जौ में नमी बताई जा रही है। चित्तौडगढ़ एवं निम्बाहेड़ा का जयपुर डिलीवरी जौ 2300 रुपए प्रति क्विंटल में व्यापार होने के समाचार हैं। राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित फर्म अविशि ट्रेडिंग कंपनी के जितेन्द्र सर्राफ ने बताया कि इस साल जौ की पैदावार पिछले वर्ष की तुलना में डेढ़ गुना हुई है। उन्होंने कहा कि हालांकि जौ की बिजाई तो दोगुनी हुई थी, लेकिन प्रतिकूल मौसम के चलते उत्पादन तकरीबन डेढ़ गुना ही हुआ है। वर्तमान में बगरू एवं चाकसू मंडी में लूज जौ के भाव 1900 से 2200 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। मध्य प्रदेश, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश में भी इस बार जौ की फसल बेहतर बताई जा रही है। मध्य प्रदेश की छतरपुर आदि मंडियों में नए जौ की छिटपुट आवक प्रारंभ हो गई है। इस बीच गेहूं की कीमतों में तेजी का दौर थम गया है। भारतीय खाद्य निगम का गेहूं आटा मिलों में आने से इसकी कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है। हालांकि एक-डेढ़ माह के अंतराल में गेहूं ऊंचे भावों से करीब 10 रुपए प्रति किलो सस्ता हो गया है, लेकिन उस अनुपात में आटा, मैदा एवं सूजी के भाव नहीं घटे हैं। जानकारों का कहना है कि केन्द्र सरकार द्वारा गेहूं की बिक्री प्रक्रिया खुले बाजार में प्रारंभ होने से गेहूं की कीमतें निरंतर टूट रही हैं। वर्तमान में दड़ा गेहूं मिल डिलीवरी 2200 रुपए प्रति क्विंटल से भी नीचे जा सकता है। यही कारण है कि खपत वाली मंडियों के कारोबारी आटा, मैदा एवं सूजी लेने से पीछे हट गए हैं। उनका कहना है कि ग्राहक घटे भावों पर बिक्री की डिमांड कर रहा है, जबकि हमारे पास ऊंचे पड़ते का गेहूं आया हुआ है।