प्रतिकूल मौसम से बदला हापुस का स्वाद

आम आदमी के लिए पडेगा महंगा

700 से 1000 रुपए प्रति दर्जन चल रही कीमतें

जयपुर, 9 अप्रैल। आमों का बादशाह हापुस इस बार आम आदमी के लिए महंगा पड़ेगा। पिछले साल के मुकाबले उत्पादक मंडियों में हापुस की आवक कम हो रही है। फरवरी में पड़ी तेज ठंड और रोग लगने से भी हापुस की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। जानकारों के मुताबिक इस वर्ष हापुस आम का उत्पादन 35 से 40 प्रतिशत कम रहने के आसार हैं। जयपुर फल व सब्जी थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि मुहाना मंडी में हापुस की आवक फिलहाल दो-तीन गाडी ही हो रही है। अभी इसके भाव क्वालिटी अनुसार 700 से 1000 रुपए प्रति दर्जन चल रहे हैं। किलो में यह 300 रुपए के आसपास बिक रहा है। अलबत्ता मुहाना मंडी में सफेदा (बादाम) आम की दैनिक आवक 20 से 25 ट्रक हो रही है तथा थोक भाव 50 से 70 रुपए प्रति किलो तक चल रहे हैं। रिटेल में यह 100 से 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है।

राहुल ने बताया कि कोंकण क्षेत्र से प्रतिदिन करीब 27 हजार पेटी आम वाशी (मुंबई) मंडी आ रहा है। वहां पर एक पेटी आम का भाव 6000 के आसपास है। दक्षिण भारत से आने वाले आम की आवक भी फिलहाल कमजोर है। व्यापारियों का कहना है कि तापमान बढ़ने के कारण हापुस आम जल्दी तैयार हो जाएगा, लेकिन इसे लंबे समय तक रोना मुशिकल होगा। जिसका असर कीमतों पर पड़ना तय है। दूसरे प्रमुख आम उत्पादक रत्नागिरी में इस बार फसल मात्र 30 फीसदी ही है। इस बीच मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण आम तुरंत तैयार तो हो गया, मगर उसमें स्वाद नहीं है जिसके लिए यह जाना जाता है। अहमदाबाद से हापुस की आवक दो सप्ताह बाद शुरू की संभावना है। तब कहीं कीमतों में गिरावट बन सकती है।

महाराष्ट्र में कब कितना उत्पादन

2018-19      5.7 लाख टन

2017-18      7.9 लाख टन

2016-17      6.0 लाख टन

2015-16      4.6 लाख टन