बासमती राइस : करेक्शन के बाद फिर से तेजी के संकेत

बीते दो माह में बासमती 20 रुपए प्रति किलो महंगा हो गया

जयपुर, 3 दिसंबर। बासमती राइस में पिछले दिनों भारी तेजी आने के बाद अब 150 से 200 रुपए प्रति क्विंटल का करेक्शन आया है। मगर यह मंदी स्थाई नहीं है। जानकारों के अनुसार बासमती का बाजार फिर से बढ़ने की उम्मीद है। उत्पादक मंडियों में किसानी माल की आवक इन दिनों कम हो रही है। उपभोक्ता मांग बरकरार है। इसे देखते हुए बासमती चावल में फिर से तेजी के संकेत हैं। जयपुर मंडी में शुक्रवार को 1121 बासमती सेला 78 से 80 रुपए तथा 1121 स्टीम बासमती 85 से 100 रुपए प्रति किलो बिकने के समाचार हैं। गौरतलब है कि करीब दो माह से सभी प्रकार के बासमती चावल में अच्छी तेजी का रुख बना हुआ था। बीते दो माह की अवधि में बासमती 20 रुपए प्रति किलो महंगा हो गया है। स्टॉकिस्टों की बिकवाली के चलते बासमती की कीमतों में अब थोड़ा कनेक्शन हुआ है, जो कि ज्यादा दिन तक टिका नहीं रहेगा। जानकार बताते हैं कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान एवं मध्य प्रदेश आदि राज्यों में बासमती धान की उपलब्धि गत वर्ष की तुलना में लगभग 35 प्रतिशत कम रही है। परिणामस्वरूप राइस मिलों में धान का पर्याप्त स्टॉक नहीं हो पाया है। इधर उपभोक्ता मंडियों में भी चावल का स्टॉक अपेक्षाकृत कम है। यही कारण है कि उत्पादक मंडियों में धान की आवक कम होने से चावल की कीमतों में रुक-रुककर तेजी आ रही है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय चावल के भाव सस्ते पड़ने से वहां के आयातक देशों की पूछ-परख अच्छी है। इसी प्रकार निर्यातकों के पास भी इस बार माल ज्यादा नहीं है।