उत्पादन केन्द्रों पर नई सरसों का श्रीगणेश, फिर भी 250 रुपए की तेजी

देश की मंडियों में सरसों का स्टॉक घटकर डेढ़ से दो लाख टन

जयपुर, 2 फरवरी। राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं अन्य राज्यों में नई सरसों की आवक शुरू हो गई है। नीमच, निंबाहेड़ा, मंदसौर, जावरा, मनासा, छोटी सादड़ी, प्रतापगढ़ एवं अलवर आदि उत्पादन केन्द्रों पर नई सरसों की दैनिक आवक बुधवार को लगभग 8 हजार बोरी बताई गई। हालांकि नई सरसों में 15 से 20 फीसदी तक नमी आ रही है। पश्चिमी बंगाल के कुछ इलाकों में भी नई सरसों की छिटपुट आवक होने के समाचार मिले हैं। यद्दपि नई सरसों की आवक प्रारंभ होने के बाद भी सरसों की कीमतें घटने की बजाए लगातार बढ़ रही हैं। आज भी सरसों 250 रुपए प्रति क्विंटल उछल गई। जयपुर मंडी में नई सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन का 8225 रुपए प्रति क्विंटल में व्यापार हुआ। इसी प्रकार पुरानी सरसों 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव 8250 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे थे। मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के अनिल चतर ने कहा कि फिलहाल सरसों में तेजी का मुख्य कारण विदेशी तेलों में भारी मजबूती आना है। इसके अलावा घरेलू बाजार में सरसों का स्टॉक घटकर डेढ़ से दो लाख टन रह गया है। चतर ने बताया कि मौसम ठीक रहा तो 10 से 15 फरवरी के बीच देश की उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 60 हजार बोरी के आसपास पहुंच जाएगी। लिहाजा 15 फरवरी के बाद आवक दबाव बढ़ते ही सरसों के भावों में एक साथ गिरावट देखने को मिल सकती है।