कोविड-19 के दौरान दालचीनी की डिमांड 23 फीसदी बढ़ी
दालचीनी 285 रुपए तथा सिगार 430 रुपए प्रति किलो बिकी
जयपुर, 16 जुलाई। कोरोनाकाल में इम्युनिटी बूस्टर के रूप में डिमांड बढ़ने से इन दिनों दालचीनी में करीब 30 रुपए प्रति किलो की तेजी दर्ज की गई है। एक अनुमान के अनुसार कोविड-19 के दौरान दालचीनी की खपत में लगभग 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भावों को देखते हुए दालचीनी 25 से 30 रुपए प्रति किलो और महंगी होने के आसार हैं। राजधानी कृषि उपज मंडी स्थित कौशिकी एंटरप्राइजेज के नरेन्द्र कुमार गर्ग ने बताया कि पिछले एक पखवाड़े से मुनाफावसूली की बिकवाली चलने से हालांकि दालचीनी में मामूली गिरावट देखी जा रही है। मगर उत्पादक मंडियों से पड़ते नहीं लग रहे हैं, लिहाजा दालचीनी में मंदी के आसार नहीं हैं। जयपुर मंडी में शुक्रवार को दालचीनी 280 से 285 रुपए तथा दालचीनी सिगार 430 रुपए प्रति किलो थोक में बोली गई। गर्ग ने कहा कि वियतनाम में दालचीनी का स्टॉक कम हो जाने तथा उत्पादन घटने से वहां के निर्यातक पिछले डेढ़ माह के दौरान 200 डॉलर प्रति टन बढ़ाकर 3350 डॉलर प्रति टन बोलने लगे हैं। उधर चीन में भी दालचीनी का स्टॉक ज्यादा नहीं हैं। चीन की क्वालिटी हल्की होने से कोई भी आयातक चीन से सौदे नहीं कर रहे हैं। लिहाजा दालचीनी का आयात फिलहाल वियतनाम से ही हो रहा है। इस बीच गर्म मसाला जिंसों में वर्तमान में अच्छी मजबूती दर्ज की गई है। लौंग 680 से 720 रुपए, कालीमिर्च 420 से 520 रुपए, डोडा 570 से 1000 रुपए तथा छोटी इलायची 1150 से 1850 रुपए प्रति किलो पर तेज बोली जा रही हैं।