एक माह में 15 रुपए प्रति किलो सस्ता हुआ धनिया

देश की मंडियों में डेढ़ लाख बोरी धनिये की प्रतिदिन आवक

इस साल करीब डेढ़ करोड़ बोरी धनिया उत्पादन का अनुमान

जयपुर, 1 मार्च। देश की धनिया उत्पादक मंडियों में इन दिनों तकरीबन डेढ़ लाख बोरी धनिये की प्रतिदिन आवक हो रही है। इसमें सबसे ज्यादा आवक गुजरात की मंडियों में होने के समाचार हैं। वहां पर रोजाना सवा लाख बोरी धनिया मंडियों में उतर रहा है। इसी प्रकार मध्य प्रदेश में 20 हजार तथा राजस्थान की रामगंजमंडी, बारां तथा कोटा आदि में लगभग 15 हजार बोरी धनिया प्रतिदिन आ रहा है। यही कारण है कि एक माह के दौरान धनिये के भाव 15 रुपए प्रति किलो नीचे आ गए हैं। स्थानीय राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित फर्म श्रीनाथ ब्रोकर्स के प्रमोद मेड़तवाल ने कहा कि इस वर्ष देश में डेढ़ करोड़ बोरी के आसपास धनिया उत्पादन का अनुमान आ रहा है। पिछले साल देश में लगभग 90 लाख बोरी धनिया पैदा हुआ था। मेड़तवाल ने बताया कि धनिया ईगल मशीनक्लीन कोटा 77 रुपए तथा बादामी 74 रुपए प्रति किलो जीएसटी पेड बिक रहा है। जयपुर मंडी में धनिया ईगल मशीनक्लीन 75 रुपए प्रति किलो जीएसटी अलग में व्यापार हो रहा है। देश के तीनों प्रमुख धनिया उत्पादक राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं गुजरात में धनिये की दैनिक आवक में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। किसानों की बिकवाली बढ़ने तथा स्टॉकिस्टों की हाजिर डिमांड सुस्त होने से धनिये के भावों में गिरावट को बल मिल रहा है। मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2022-23 में अप्रैल से नवंबर की अवधि के दौरान देश से 389.64 करोड़ रुपए मूल्य के 28 हजार 105 टन धनिये का निर्यात हुआ। जबकि एक वर्ष पूर्व की समान अवधि में 307.81 करोड़ रुपए मूल्य का 32 हजार 934 टन धनिया निर्यात हुआ था। इससे जाहिर होता है कि मात्रात्मक आधार पर धनिये के निर्यात में 17 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि आय 27 प्रतिशत उछल गई है।