देश भर की मंडियों में 2 लाख बोरी नई सरसों की दैनिक आवक
निरंतर घट रहे सीड के दाम, 5950 रुपए प्रति क्विंटल बिकी सरसों कंडीशन
जयपुर, 8 फरवरी। देश भर की मंडियों में वर्तमान में दो लाख बोरी नई सरसों की दैनिक आवक होने लगी है। माह के अंत तक यह चार लाख बोरी पहुंचने की संभावना है। यही कारण है कि सरसों की कीमतें निरंतर घट रही हैं। जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी सरसों 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव बुधवार को और नीचे आकर 5950 रुपए प्रति क्विंटल रह गए हैं। मंडियों में लूज सरसों वर्तमान में 5400 से 5500 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है। पिछले साल देश् में 111 लाख टन सरसों की पैदावार हुई थी, जो कि इस साल बढ़कर 115 लाख टन होने की संभावना है। चांदपोल मंडी स्थित मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के एमडी अनिल चतर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 11 माह में अब तक करीब 102 लाख टन सरसों की पेराई हो चुकी है। वर्ष 2022-23 के वर्तमान (मार्च-फरवरी) विपणन सीजन के आरंभिक 11 महीनों में यानी मार्च 2022 से जनवरी 2023 के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर मंडियों में कुल 105 लाख टन सरसों की आवक हुई है। इसमें से 102 लाख टन सरसों की पेराई होने का अनुमान लगाया गया है।
सरसों का बिजाई रकबा बढ़ा
देश में इस साल सरसों का बिजाई रकबा बढ़कर 98.02 लाख हैक्टेयर के सर्वकालीन उच्च स्तर पर पहुंच गया है। जो कि पिछले साल के बिजाई क्षेत्र 91.25 लाख हैक्टेयर से 6.77 लाख हैक्टेयर अधिक है। चतर ने कहा कि सरसों के भाव ऊंचे होने, अनुकूल मौसम एवं एमएसपी में हुई 400 रुपए प्रति क्विंटल की भारी बढ़ोतरी से किसानों को सरसों की बिजाई के लिए अच्छा प्रोत्साहन मिला। फलस्वरूप सरसों का बिजाई रकबा एतिहासिक स्तर पर पहुंच गया।
देश में सरसों सीड की कहां कितनी दैनिक आवक
राजस्थान 60 हजार बोरी
मध्य प्रदेश 30 हजार बोरी
उत्तर प्रदेश 25 हजार बोरी
गुजरात 30 हजार बोरी
हरियाणा 5 हजार बोरी
अन्य प्रदेश 50 हजार बोरी