आयात बेपड़ता होने से लौंग 50 रुपए प्रति किलो उछली

कोमोरोस में हो रहे उपद्रवों से फिलहाल माल की निकासी बंद

जयपुर, 4 नवंबर। डालर में निरंतर तेजी तथा आयात बेपड़ता होने से स्थानीय थोक मंडियों में लौंग में एक बार फिर से मजबूती बनी है। एक सप्ताह के अंतराल में इसके भाव करीब 50 रुपए प्रति किलो उछल गए हैं। गौरतलब है कि कुछ समय पहले तक लौंग का आयात कोमोरोस (अफ्रीका) से हो रहा था। कोमोरोस में पिछले दिनों हुए उपद्रव एवं राजनीतिक उथल-पुथल के चलते माल की निकासी बंद हो गई है। लौंग में तेजी का मुख्य कारण भी यही है। मधुबाला लौंग के निर्माता मनोज सिंघल ने बताया कि एक माह बाद नई लौंग मेडागास्कर (अफ्रीका) से शुरु हो जाएगी। इसका व्यापार मुंबई पोर्ट पर 650 रुपए प्रति किलो से कम पर नहीं हो रहा है। जबकि जयपुर मंडी में ही लौंग 650 रुपए प्रति किलो जीएसटी पेड बिक रही है। ज्ञात हो कि इंडोनेशिया से जो लौंग आ रही है। उस पर भी कस्टम ड्यूटी होने के कारण 700 रुपए प्रति किलो से कम पर पड़ता नहीं है। इसे देखते हुए लौंग में और तेजी के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि लगभग डेढ़ माह पूर्व कोमोरोस लौंग का व्यापार 540 रुपए प्रति किलो जीएसटी पेड में हुआ था। जानकारों का कहना है कि लौंग का घरेलू उत्पादन नहीं के बराबर है, लिहाजा हम अधिकांश रूप से आयात पर ही निर्भर हैं।