तेल मिलों की डिमांड नहीं होने से सरसों और टूटी

मस्टर्ड, सोयाबीन एवं मूंगफली रिफाइंड तेल में भी गिरावट जारी

जयपुर, 1 दिसंबरस्टाकिस्टों की बिकवाली चलने तथा तेल मिलों की डिमांड घटने से स्थानीय तेल तिलहन बाजार में सरसों सीड आज 50 रुपए और टूट गई। तीन-चार दिन के अंतराल में सरसों सीड में करीब 250 रुपए प्रति क्विंटल निकल चुके हैं। जयपुर मंडी में गुरुवार को सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव 6800 रुपए प्रति क्विंटल से भी कम रह गए हैं। जानकारों के मुताबिक आगे भी सरसों में तेजी के आसार नहीं के बराबर हैं। समर्थन पाकर एगमार्क सरसों तेल भी लुढ़क गया है। सोयाबीन रिफाइंड एवं मूंगफली तेल में भी गिरावट का रुख देखा जा रहा है। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार सरसों का बिजाई रकबा बढ़ने तथा स्टॉकिस्टों की बिकवाली के कारण इन दिनों सरसों सीड में मंदी का रुख बना हुआ है। सरसों तेल का पर्याप्त  उठाव नहीं होने की वजह से सरसों सीड में नरमी देखी जा रही है। विदेशी तेलों में उतार-चढ़ाव होने तथा ऊंचे भावों में ग्राहकी कमजोर होने से सरसों सीड में और मंदी के आसार व्यक्त किए जाने लगे हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा सहित देश की विभिन्न मंडियों में सरसों सीड की आवक वर्तमान में ढाई लाख बोरी प्रतिदिन बताई जा रही है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी किए जाने के कारण किसानों का रुझान सरसों की बिजाई की तरफ बढ़ा है। जानकार बताते हैं कि मौसम अनुकूल होने के कारण इस साल देश में सरसों का उत्पादन अधिक होने की संभावना है। यही कारण है कि स्टॉक को देखते हुए आने वाले समय में सरसों एवं इसके तेल में तेजी के आसार बहुत कम हैं।