कच्चे माल की कमी से सरिया 2000 रुपए प्रति टन और तेज

नई एवं पुरानी स्क्रैप में भी 1000 रुपए प्रति टन का उछाल

जयपुर, 18 अक्टूबर। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में पिग एवं स्पाँज आयरन की कीमतें इन दिनों निरंतर उछल रही हैं। लिहाजा सरिया कंपनियों में कच्चे माल की आपूर्ति लगातार घटती जा रही है। परिणामस्वरूप सरिया निर्माताओं ने सरिया के भाव और बढ़ा दिए हैं। यही कारण है कि स्थानीय लोहा मंडी में सोमवार को सरिया 2000 रुपए प्रति टन और महंगा हो गया है। इसके साथ-साथ एंगल, चैनल एवं गर्डर के दाम भी बढ़ाकर बोले जाने लगे हैं। जानकारों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बुकिंग बढ़ जाने से पिग एवं स्पाँज आयरन के भाव भारतीय करेंसी के पड़ते से 2000 रुपए प्रति टन उछल गए हैं। नई एवं पुरानी स्क्रैप भी 1000 रुपए प्रति टन महंगी बोली जा रही है। इंगट की कीमतें उछलने से उत्तर भारत की कंपनियों में सरिया लगातार महंगा होता जा रहा है। दो सप्ताह पूर्व भी सरिया लगभग 5000 रुपए प्रति टन उछल गया था। गौरतलब है कि चीन में अधिकांश अलौह धातुओं में बिजली की किल्लत होने से लोहे के भावों में भारी तेजी को बल मिल रहा है।