आटा मिलों की मांग घटने से गेहूं में गिरावट

नई फसल आने तक लंबी मंदी के आसार नहीं

जयपुर, 14 जनवरी। फ्लोर मिलों की मांग घटने से गेहूं की कीमतों में एक बार फिर मंदी का रुख देखा जा रहा है। जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं के भाव 25 रुपए नीचे आकर वर्तमान में 1825 रुपए प्रति क्विंटल रह गए हैं। उल्लेखनीय है कि उत्पादक मंडियों में पिछले दिनों गेहूं की आपूर्ति घटने से इसके भावों में 100 से 125 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ गई थी। इसे देखते हुए एफसीआई ने 1840 रुपए प्रति क्विंटल में गेहूं बेचना शुरू कर दिया था। मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने कहा कि नई फसल आने तक गेहूं में ज्यादा मंदी के आसार नहीं हैं। गेहूं की बिजाई राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश तथा बिहार में पूरी हो चुकी है। अभी तक फसल भी अच्छी बताई जा रही है। मध्य एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा कुछ बिहार के हिस्सों में तापमान अधिक होने से गेहूं का ग्रोथ थोड़ा कम होने की खबरें जरूर मिल रही हैं। मगर हरियाणा, पंजाब एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तापमान कम होने से गेहूं की फसल बेहतर बताई जा रही है। इस बीच थोक बाजारों में आटा, मैदा एवं सूजी के भावों में भी नरमी देखी जा रही है। मकर संक्रांति के चलते जयपुर की मंडियों में कारोबार नहीं के बराबर हुआ।