बिजाई कम होने से ग्वार व गम में तेजी के संकेत

श्रीगंगानगर मंडी में 10 हजार बोरी की दैनिक आवक

जयपुर, 25 सितंबर। बिजाई कम होने से इस बार ग्वार व ग्वार गम में तेजी के संकेत हैं। राजस्थान एवं हरियाणा के कई उत्पादन केन्द्रों पर किसानों ने ग्वार के स्थान पर बाजरा बोया है। चूंकि सरकार ने बाजरे का एमएसपी भी 525 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ा दिया था। इस कारण भी बाजरे की बुआई इस बार अधिक हुई। अतिशय कमोडिटीज के विकास पाटनी कहते हैं कि पिछले छह-सात साल से किसान एवं व्यापारी ग्वार व ग्वार गम में निरंतर मंदी आने से निराश हैं। इस बीच श्रीगंगानगर मंडी में नई ग्वार का श्रीगणेश हो गया है। मंडी में ग्वार की दैनिक आवक लगभग 10 हजार बोरी की बताई जा रही है। जयपुर मंडी में जोधपुर डिलीवरी ग्वार गम 150 रुपए उछलकर 9300 रुपए तथा जोधपुर डिलीवरी ग्वार सीड 50 रुपए की तेजी के साथ 4250 से 4325 रुपए प्रति क्विंटल बेची जा रही थी। अन्य उत्पादक मंडियों में भी ग्वार की आवक 15 अक्टूबर से प्रारंभ हो जाएगी। जानकारों का कहना है कि जोधपुर व श्रीगंगानगर लाइन में इस वर्ष ग्वार की बिजाई 30 फीसदी कम हुई है। इसी प्रकार राजस्थान के ही मेड़ता, नागौर एवं डीडवाना लाइन में ग्वार की बिजाई 35 प्रतिशत कम होने के समाचार हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार वीरानी क्षेत्रों में भी किसानों ने ग्वार की जगह बाजरा बोया है। इधर मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं 2080 रुपए प्रति क्विंटल पर लगभग स्थिर बना हुआ था। आटा, मैदा व सूजी में ग्राहकी कमजोर रही।