मानसून की बेरुखी से ग्वार एवं ग्वार गम में भारी उछाल

मानसून कमजोर होने से ग्वार का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका

जयपुर, 27 अगस्त। पश्चिमी राजस्थान में मानसून की बेरुखी के चलते इन दिनों ग्वार एवं ग्वार गम की कीमतों में भारी तेजी देखी जा रही है। वायदा एवं हाजिर बाजार में ग्वार गम एवं ग्वार सीड के भाव निरंतर उछल रहे हैं। एक सप्ताह के दौरान ग्वार गम 4000 रुपए प्रति क्विंटल तक महंगा हो गया है। यही कारण है कि ग्वार का मार्केट सटोरियों की गिरफ्त में आ गया है। ग्वार बेल्ट में इस वर्ष बिजाई कम हुई है। अधिकांश ग्वार की फसल बारिश पर निर्भर रहती है। मानसून कमजोर होने से ग्वार का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। उधर अमेरिका एवं यूरोप में ग्वार गम की डिमांड बरकरार है। कारोबारियों के अनुसार ग्वार की लोकल सप्लाई कमजोर हो गई है। जानकारों का कहना है कि सटोरिये बाजार में बोगस डिमांड क्रिएट कर रहे हैं। जिसके कारण ग्वार एवं ग्वार गम के भाव तेज हो रहे हैं। सटोरियों द्वारा किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। जयपुर मंडी में जोधपुर डिलीवरी ग्वार गम शुक्रवार को घटकर 10,000 रुपए तथा ग्वार सीड 6000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास कारोबार कर रही थी। गुरुवार को ग्वार गम के भाव 13000 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास पहुंच गए थे। ग्वार गम की उपयोगिता कच्चे तेल के कुओं की खुदाई के अलावा टैक्सटाईल, विभिन्न प्रकार के फूड प्रॉडक्ट्स, आइसक्रीम, फार्मा सेक्टर, अगरबत्ती, पेपर इंडस्ट्री, बारूद, गैस निकालने एवं कॉस्मेटिक प्रसाधानों आदि में बढ़ गई है।