एक माह में 200 रुपए प्रति क्विंटल महंगी हुई मक्का

इस साल मक्की का उत्पादन 45 लाख टन होने का अनुमान

जयपुर, 7 जुलाई। बिहार में इस साल मक्की का उत्पादन अपेक्षाकृत कम हुआ है तथा पुराना स्टॉक भी लगभग सलट गया है। इसे देखते हुए मक्की के भावों में इन दिनों अच्छी तेजी का रुख बना हुआ है। एक माह के दौरान मक्का के भाव 200 रुपए प्रति क्विंटल तक उछल गए हैं। जयपुर मंडी में मक्का की कीमतें बुधवार को 1800 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत रहीं। ब्रोकर विजय माहेश्वरी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्की के भाव ऊंचे चल रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले तीन साल से मक्का में किसानों को काफी नुकसान हुआ है। लिहाजा इस बार किसानों ने मक्का की बिजाई कम की थी। परिणामस्वरूप बिहार में इस साल मक्की का उत्पादन 45 लाख टन के करीब होने का अनुमान है, जबकि गत वर्ष 55 लाख टन मक्का की पैदावार हुई थी। माहेश्वरी ने कहा कि विशाखापटनम एवं अन्य बंदरगाहों से मक्की का निर्यात दो-ढाई माह से लगातार हो रहा है, जिससे मक्का में निर्यातकों की डिमांड अभी भी बरकरार है। उधर बिहार की खगड़िया, बेगुसराय, दरभंगा, गुलाबबाग, मानसी, पूर्णिया तथा  कटिहार आदि मंडियों में मक्का की दैनिक आवक बारिस के कारण कम हो रही है। इस बीच मक्का में स्टॉर्च कारखानों की मांग निरंतर बनी होने से मक्की की कीमतों में और तेजी के आसार बन सकते हैं। ज्ञात रहे मक्का की फसल देश में प्रांतवार अलग-अलग महीनों में आती है। बिहार में मक्का की आवक मार्च के अंत से शुरू होकर जून अंत तक जोरों पर रहती है। इसके बाद दूसरी फसल उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र एवं राजस्थान की अक्टूबर से दिसंबर तक चलेगी। तब तक मक्की के भावों में मंदा नहीं है।