पौल्ट्री, स्टार्च कंपनियों की मांग से मक्का 300 रुपए महंगी

मई से पहले नहीं आएगी नई मक्का, और तेजी के आसार

जयपुर, 24 नवंबर। पौल्ट्री एवं स्टार्च कंपनियों की मांग निकलने तथा खरीफ सीजन की मक्की का उत्पादन घट जाने से स्थानीय थोक मंडियों में मक्का की कीमतों में फिर से तेजी का रुख बनने लगा है। एक माह के दौरान नीचे भावों से मक्का लगभग 300 रुपए प्रति क्विंटल उछल गई है। जयपुर मंडी में मक्का के भाव मंगलवार को 1480 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बोले गए। दक्षिण भारत की मंडियों में मक्का महंगी होने से बिहार में इसके भाव 1450 से 1700 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत चल रहे हैं। जयपुर की राजधानी कृषि उपज मंडी स्थित ब्रोकर विजय माहेश्वरी ने बताया कि मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र के अलावा मक्के की कोई फसल निकट भविष्य में आने वाली नहीं है। इसे देखते हुए मक्का में मंदी के आसार समाप्त हो गए हैं। इस बीच बांग्लादेश के लिए मक्की का निर्यात हो रहा है। हालांकि किसी वजह से निर्यात फिलहाल एक सप्ताह के लिए रोक दिया गया है। व्यापारियों का कहना है कि बिहार की गुलाबबाग, दरभंगा, बेगूसराय तथा खगड़िया आदि मंडियों में मक्का महंगी होने से पंजाब के पड़ते नहीं लग रहे हैं। उधर नागपुर में भी माल का प्रैशर नहीं बनने से कारोबारी भाव बढ़ाकर बोल कर रहे हैं। ज्ञात हो मक्का की नई फसल मई से पहले आने वाली नहीं है। दूसरी ओर निकट भविष्य में आयात होने के कोई चांस दिखाई नहीं दे रहे हैं। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए मक्का में अच्छी तेजी के आसार बन सकते हैं।