सोने-चांदी के जेवरातों की बिक्री भी करेगी एमएमटीसी

निर्यातकों के लिए अब 100 ग्राम सोने की बार भी उपलब्ध

जयपुर 31 दिसंबर। आभूषण निर्यातकों को ड्यूटी फ्री सोने-चांदी की आपूर्ति करने के उद्देश्य से एमएमटीसी लिमिटेड ने जयपुर स्थित विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज-2) सीतापुरा में यूनिट स्थापित की है। एक किलो सोने की बार के अलावा अब निर्यातकों के लिए 100 ग्राम की बार भी एमएमटीसी ने सेज-2 में उपलब्ध कराई है, ताकि लघु एवं मध्यम वर्ग के निर्यातकों को कच्चे माल की आपूर्ति में कोई परेशानी नहीं हो। विदेश व्यापार में देश की सबसे बड़ी कंपनी एमएमटीसी के सीएमडी वेद प्रकाश ने सोमवार को यहां पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष में बड़े लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हमें बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। जापान व कोरिया को लोह अयस्क (आयरन ओर) की आपूर्ति के लिए तीन साल के दीर्घकालीन समझौते का विस्तार हुआ है। इसकी आपूर्ति भी अक्टूबर 2018 से प्रारंभ हो गई है। वेद प्रकाश ने कहा कि एमएमटीसी अभी भी भारत में पिग आयरन का सबसे बड़ा सप्लायर है और यह भारत के संस्थागत ग्राहकों के लिए भारत सरकार की ओर से उर्वरकों का आयात करता है। इस साल कंपनी ने एमओयू में दिए गए लक्ष्यों से भी अधिक कारोबार किया है। वेद प्रकाश ने कहा कि एमएमटीसी का कारोबार निरंतर बढ़ रहा है।

महाप्रबंधक विक्रम सिंह मीना ने बताया कि एमएमटीसी सोने व चांदी के शुद्ध व प्रमाणित सिक्कों की बिक्री भी जयपुर स्थित शोरूम तथा विभिन्न फ्रैंचाइजी के माध्यम से कर रही है। कंपनी शीघ्र ही जयपुर स्थित शोरूम से शुद्ध एवं प्रमाणित सोने व चांदी के जेवरातों की बिक्री भी शुरू करेगी, ताकि ग्राहकों को उनके पैसे का सही मूल्य मिल सके। एमएमटीसी राज्य सरकार के साथ मिलकर सौर ऊर्जा में भी काम करने की योजना बना रही है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2016-17 में करीब 11750.66 करोड़ रुपए का कारोबार किया था, जो कि वर्ष 2017-18 में बढ़कर 16513.91 करोड़ रुपए हो गया। मीना ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में भी एमएमटीसी का टर्नओवर काफी अधिक रहने की उम्मीद है।