कमजोर लिवाली से सरसों सीड में गिरावट जारी

देश की विभिन्न मंडियों में सरसों सीड की दैनिक आवक घटकर दो लाख बोरी

चालू सीजन में सरसों का उत्पादन 115 लाख टन के लगभग होने की संभावना व्यक्त

जयपुर, 3 अगस्त। उपभोक्ता मांग कमजोर पड़ने से सरसों एवं सरसों तेल में इन दिनों गिरावट का रुख बना हुआ है। सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन बुधवार को 50 रुपए और मंदी होकर 6825 रुपए प्रति क्विंटल रह गई। एगमार्क सरसों तेल में भी 20 से 25 रुपए प्रति टिन निकल गए। जानकारों का कहना है कि सरकार द्वारा बढ़ती महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कदम उठाए जाने का असर दिखने लगा है। बंगाल एवं बिहार की कमजोर लिवाली को देखते हुए राजस्थान की मंडियों में सरसों तेल की कीमतों में नरमी का रुख बना हुआ है। मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के अनिल चतर ने बताया कि देश की विभिन्न मंडियों में सरसों सीड की दैनिक आवक घटकर दो लाख बोरी के आसपास रह गई है। घटे दामों पर हालांकि बिक्री कमजोर बनी हुई है। देश में चालू सीजन के दौरान सरसों सीड का उत्पादन 115 लाख टन के लगभग होने की संभावना व्यक्त की गई थी। उल्लेखनीय है कि पिछले साल देश में सरसों का उत्पादन 86 लाख टन के आसपास हुआ था। घरेलू बाजार में खाने के तेलों की कीमतें पिछले दिनों रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई थी। इंडोनेशिया सरकार द्वारा पाम तेल के निर्यात पर लगा प्रतिबंध वापस ले लिया गया। जिसके कारण विदेशी खाद्य तेलों की आपूर्ति बढ़ गई। सरकारी हस्तक्षेप एवं मांग को देखते हुए आने वाले समय में सरसों एवं सरसों तेल की कीमतों में लंबी तेजी की संभावना नहीं है।