तीन दिन में सरसों सीड में 800 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट

एनसीडैक्स पर सरसों, सोयाबीन का वायदा कारोबार हटाने से आई मंदी

जयपुर, 21 दिसंबर। खाने के तेलों में इन दिनों निरंतर गिरावट का रुख देखा जा रहा है। सरसों सीड मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन तीन दिन के अंतराल में 800 रुपए मंदी होकर मंगलवार को 7200 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास रह गई। समर्थन पाकर सरसों तेल के साथ-साथ सोयाबीन रिफाइंड एवं मूंगफली तेल में भी करीब 100 रुपए प्रति टिन निकल गए। अशोका ब्रांड सरसों कच्ची घाणी तेल के निर्माता श्री हरि एग्रो इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुख्य विपणन अधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सरसों एवं सोयाबीन में फिलहाल मंदी का मुख्य कारण नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (एनसीडैक्स) पर सेबी द्वारा इन जिंसों का वायदा कारोबार एक साल के लिए स्थगित करना है।

अशोका सरसों कच्ची घाणी सरसों तेल के भाव आज यहां 2680 रुपए प्रति 15 किलो टिन बोले जा रहे थे, जबकि अशोका वनस्पति 1711 रुपए प्रति 15 लीटर रह गया। सरसों सीड के साथ ही सरसों खल प्लांट भी मंदी होकर 2850 रुपए प्रति क्विंटल पर आ थमी। दो माह के दौरान बिनौला खल में करीब 300 रुपए प्रति क्विंटल की मजबूती आ गई थी, लेकिन अभी इसमें लंबी तेजी के आसार नहीं हैं। मक्का एवं गेहूं का दलिया सस्ता होने से पशु आहार निर्माताओं की लिवाली सरसों खल में काफी कमजोर बनी हुई है। इस बीच कारोबारी एनसीडैक्स पर से बिनौला खल का वायदा व्यापार भी बंद करने की डिमांड कर रहे हैं। वर्तमान में गेहूं का दलिया 2000 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है, जबकि बिनौला खल के भाव 3200 से 3350 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में बिनौला खल की बिक्री में 40 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है।