एमएसपी से कम दामों पर सरसों नहीं बेचेगी नेफैड

रबी सीजन में 20 लाख टन तिलहन व दलहन 

किसानों को नहीं मिल रहा उपज का सही मूल्य

जयपुर, 22 जुलाई। नेशनल एग्रीकल्चरल कॉपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (नेफैड) रबी सीजन में किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए अब तक करीब 20 लाख टन तिलहन एवं दलहन की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद कर चुकी है। नेफैड के एमडी संजीव कुमार चढ्‌ढा ने बताया कि सरकार अपने माल की बिक्री फायदे से ही करेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि दलहन एवं मूंगफली की बिक्री तो फिलहाल चालू है। हम शीघ्र ही सरसों की बिक्री भी शुरू करेंगे।

ध्यान रहे सस्ते आयातित तेलों के कारण किसानों को वर्तमान में सरसों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। सरसों का एमएसपी 4200 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि मंडियों में सरसों के भाव 3600 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास चल रहे हैं। लिहाजा नेफैड 4200 रुपए प्रति क्विंटल से ज्यादा भावों पर ही सरसों की बिक्री करेगी। गौरतलब है कि पिछले काफी दिनों से नेफैड ने चने की बिकवाली निकाली हुई है, लेकिन उसे भी एमएसपी से कम भाव पर नहीं बेच रही है।

उल्लेखनीय है कि देश में प्रति माह 13.50 लाख टन विदेशी तेलों का आयात सस्ते दामों पर हो रहा है, जिससे घरेलू सरसों तेल इकाईयों में इन दिनों उत्पादन लागत भी नहीं निकल रही है। परिणामस्वरूप घरेलू तेल तिलहन उद्योग भारी संकट के दौर से गुजर रहा है। दलहन व तिलहन की आगे जाकर कमी रहने के सवाल पर चढ्‌ढा ने कहा कि यह सब मानसून पर निर्भर है। फिर भी हम किसानों के लिए समय-समय पर नई प्रोत्साहन योजनाओं पर विचार कर रहे हैं।