मिठाई की दुकानें बंद होने से बल्क में चीनी की खपत नहीं

जयपुर, 27 अप्रैल। कोरोना वायरस के कारण देश भर में चल रहे लॉकडाउन के फलस्वरूप इन दिनों चीनी की घरेलू मांग में कमी आई है, जिससे हाजिर बाजार में चीनी के भाव टूट गए हैं। वर्तमान में हाजिर चीनी थोक में 3250 से 3350 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है। लॉकडाउन के दौरान चीनी में करीब 150 रुपए प्रति क्विंटल निकल गए हैं। शुगर एंड खांडसारी ट्रेड एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के महामंत्री श्रीवल्लभ काबरा ने बताया कि वर्तमान में होटल, मिठाई की दुकानें, कोल्ड ड्रिंक कारखाने तथा मॉल आदि बंद हैं। लिहाजा चीनी की बल्क में डिमांड लगभग खत्म हो गई है। जानकारों का कहना है कि गर्मी का सीजन होने से लॉकडाउन खुलने के बाद चीनी में बड़ी कंपनियों की मांग बढ़ेगी। चीनी की कुल खपत में बड़ी कंपनियों की हिस्सेदारी 60 फीसदी से ज्यादा है।

लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश में गुड़ और खांडसारी इकाइयां लगभग बंद हो चुकी हैं। जिस कारण चीनी मिलों को ज्यादा गन्ना मिल रहा है। महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में अभी तक केवल 60.12 लाख टन चीनी का ही उत्पादन हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन में इस समय तक 106.71 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका था। लॉकडाउन के कारण देश की अधिकांश चीनी मिलें हैंड सैनिटाइजर बना रही हैं अन्य राज्यों में आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा तथा राजस्थान को मिलाकर 15 अप्रैल तक 31.86 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। इस्मा के अनुसार विश्व बाजार में चीनी की कीमतों में आई नरमी से निर्यात सौदे प्रभावित हुए हैं।