माल्ट इकाईयों में प्रॉडक्शन शुरू, जौ में तेजी के आसार

जयपुर, 10 मई। लॉकडाउन के कारण पिछले एक-डेढ़ माह से माल्ट कंपनियां बंद पड़ी हुई हैं। लिहाजा जौ की डिमांड भी नहीं के बराबर है। हालांकि अब सरकार ने शराब बेचने की छूट दे दी है। परिणामस्वरूप माल्ट कारखानों में भी साफ-सफाई शुरू हो गई है तथा शीघ्र ही शराब का उत्पादन भी प्रारंभ हो जाएगा। मांग नहीं होने से जौ की कीमतों में निरंतर गिरावट का रुख बना हुआ है। रुद्र एंटरप्राइजेज के संचालक चन्द्रभान ने बताया कि इस साल जौ की पैदावार पिछले साल के मुकाबले लगभग 25 फीसदी ज्यादा है। फिर इन दिनों जौ की अपेक्षित मांग भी नहीं है। यही कारण है कि वर्तमान में जौ के लूज भाव 1400 से 1475 रुपए प्रति क्विंटल तक चल रहे हैं। पिछले साल इन्हीं दिनों में जौ 1600 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बिका था। हालांकि अभी तो राज्य सरकार द्वारा दो फीसदी कृषक कल्याण फीस लगाए जाने के विरोध में राजस्थान की मंडियों में हड़ताल चल रही है। पिछले दिनों चौमू, चाकसू, बस्सी, श्रीमाधोपुर, दौसा, लालसोट, महुआ, मंडावर एवं जयपुर आदि मंडियों में जौ की किसानी आवक हो रही थी, लेकिन माल्ट कंपनियों की डिमांड नगण्य ही थी। चन्द्रभान ने बताया कि श्रीगंगानगर में जौ का उत्पादन अन्य मंडियों के मुकाबले ज्यादा हुआ है। श्रीगंगानगर में लूज जौ के भाव 1325 से 1400 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए हैं। शराब कारखाने शुरू होने के साथ ही जौ की मांग निकलने की संभावना है। उसके बाद संभवतया जौ की कीमतों में सुधार के संकेत बन सकते हैं।