दालों में तेजी बरकरार, ढ़ाई माह में 20 फीसदी महंगा हुआ उड़द मोगर

 

सरकार ने दी ढ़ाई लाख टन उड़द आयात को मंजूरी

जयपुर, 4 जनवरी। मानसून सीजन में भारी बारिश और बाढ़ के चलते उड़द व इसकी दाल की कीमतें पिछले दो-ढ़ाई माह के दौरान करीब 20 फीसदी तक उछल चुकी हैं। खुदरा में बेस्ट उड़द मोगर के दाम 115 रुपए प्रति किलो तक बोले जा रहे हैं, जबकि साबुत उड़द थोक में 7500 रुपए प्रति क्विंटल बिकने की खबर है। हालांकि बीते सप्ताह उड़द व इसकी दाल में 200 से 300 रुपए प्रति क्विंटल की मामूली नरमी दर्ज की गई है। राजधानी कृषि उपज मंडी स्थित आर.एस. इंडस्ट्रीज के अभिषेक खंडेलवाल कहते हैं कि उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान की नई उड़द अगस्त सितंबर से पहले नहीं आएगी। इसे देखते हुए उड़द व इसकी दाल में मंदी के आसार नहीं हैं। वर्तमान में जयपुर मंडी में उड़द मोगर थोक में 90 से 108 रुपए तथा उड़द छिलका दाल 85 से 95 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा है।

कारोबारी सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में बाढ़ के कारण उड़द की फसल को 15 से 20 प्रतिशत तक नुकसान पहुंचा है। सरकार ने कीमतों का दबाव कम करने के लिए 18 दिसंबर 2019 तक की एक साल की अवधि में चार लाख टन उड़द के आयात को मंजूरी दी है। इसके अलावा सरकार ने अतिरिक्त 2.50 लाख टन उड़द के आयात को मंजूरी दी है। यह आयात 31 मार्च 2020 तक करना होगा। भारत उड़द का आयात मुख्य रूप से म्यांमार से करता है। इस बीच सरकार ने आयात के अलावा अपने बफर स्टॉक से 8.5 लाख टन विभिन्न दालें खुले बाजार में बेचने की घोषणा की है। हालांकि इसके बावजूद दालों के भाव नीचे नहीं आए हैं।

उधर कर्नाटक में नई अरहर की आवक प्रारंभ हो गई है। ब्रोकर कांति कुमार ने बताया कि 5100 से 5200 रुपए प्रति क्विंटल में नई अरहर का मोटर बिल्टी व्यापार हो रहा है। जानकारों का कहना है कि सरकार द्वारा बफर स्टॉक की बिक्री किए जाने से कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है। भारत में दलहनों का उत्पादन लगभग 250 लाख टन है।

विभिन्न दालों की कीमतें

दालें          भाव

उड़द मोगर     115

उड़द छिलका   105

मूंग मोगर     107

मूंग छिलका    98

चना दाल      64

अरहर दाल     88

चौला मोगर    95

मलका मसूर    70

(औसत खुदरा भाव रुपए प्रति किलो में)