और तीखी हुई लालमिर्च, 40 फीसदी तक बढ़ी कीमतें

गुंटूर में 25 लाख बोरी स्टॉक कम, तेजी के आसार

जयपुर, 5 अगस्त। इस साल फरवरी से अब तक यानी छह माह के अंतराल में लालमिर्च के भाव 40 फीसदी तक उछल गए हैं। आंध्र प्रदेश की गुंटूर एवं आसपास की मंडियों में लालमिर्च का स्टॉक 25 लाख बोरी कम होने से इसमें और तेजी के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। लगातार तेजी को देखते हुए किसानों ने भी माल रोक लिया है। एक्सपोर्ट क्वालिटी लालमिर्च तेजा के भाव 85 रुपए से उछलकर वर्तमान में जयपुर मंडी में 130 रुपए प्रति किलो पहुंच गए हैं। लहर मसालों के निर्माता विशाल गिनोडिया ने बताया कि मध्य प्रदेश में भी इस बार मिर्च की बिजाई कम हुई है। एमपी की नई मिर्च अक्टूबर में आने की संभावना है, जबकि गुंटूर की मिर्च जनवरी से पहले नहीं आएगी।

जानकारों के अनुसार ऊंचे भावों के कारण वर्तमान में निर्यातकों की मांग कमजोर चल रही है। ज्ञात रहे भारत से चीन भारी मात्रा में लालमिर्च खरीदता है। फिलहाल थाईलैंड से महत्वपूर्ण खरीदारों के ऑर्डर भी घटे हुए हैं। इस साल देश में 23 लाख टन मिर्च का उत्पादन हुआ है, जो कि पूर्व वर्ष के मुकाबले थोड़ा ही ज्यादा है। मसाला बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार भारत से प्रति वर्ष 4000 करोड़ रुपए मूल्य की लालमिर्च का निर्यात किया जाता है। सीजन के मुकाबले तेजा मिर्च ही 40 फीसदी तक महंगी हुई है। जयपुर मंडी में गुंटूर पत्ता 55 रुपए, तेजा 130 रुपए, टीएसटी 125 रुपए तथा वंडरहाट क्वालिटी की मिर्च 120 रुपए प्रति किलो थोक में बिकने की खबर है।