बिजाई अधिक होने से सरसों उत्पादन बढ़ने के आसार
राजस्थान व मध्य प्रदेश में नई सरसों का श्रीगणेश
जयपुर, 1 फरवरी। राजस्थान एवं मध्य प्रदेश की मंडियों में नई सरसों का श्रीगणेश हो गया है। उत्पादन केन्द्रों पर हालांकि अभी सरसों की सीमित आवक ही हो रही है। मध्य प्रदेश की नीमच, मंदसौर व जावरा आदि उत्पादक मंडियों में करीब एक हजार बोरी नई सरसों प्रतिदिन उतरने के समाचार हैं। इसी प्रकार राजस्थान की कोटा, बारां एवं निम्बाहेड़ा आदि मंडियों में लगभग 500 बोरी नई सरसों रोजाना आने लगी है। सरसों में नमी 15 से 20 फीसदी है तथा लूज भाव 3400 से 3650 रुपए प्रति क्विंटल तक बोले जा रहे हैं। मरुधर ट्रेडिंग एजेंसी के अनिल चतर ने बताया कि देश में इस बार सरसों की बिजाई गत वर्ष की तुलना में दो लाख हैक्टेयर क्षेत्र में अधिक हुई है। उन्होंने कहा कि फरवरी के पहले सप्ताह में नई सरसों की अच्छी आवक होने की उम्मीद थी, लेकिन मौसम की प्रतिकूलता के चलते इसमें देरी होने की संभावना है। इस साल सरसों की फसल बेहतर बताई जा रही है। चतर ने कहा कि देश में पिछले साल सरसों का उत्पादन 70 लाख टन था, जो कि बिजाई को देखते हुए इस वर्ष बढ़ने की उम्मीद है। एक फरवरी तक देश में सरसों का कैरीओवर स्टॉक छह लाख टन रहने का अनुमान है। वर्तमान में सरसों 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव 4200 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास चल रहे हैं।
सरसों की कहां कितनी बिजाई
प्रदेश 2017-18 2018-19
राजस्थान 20.89 24.78
उत्तर प्रदेश 12.14 12.32
हरियाणा, पंजाब 6.29 5.90
गुजरात 2.22 1.95
मध्य प्रदेश 7.58 7.78
बंगाल, बिहार 17.68 16.08
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टोटल 66.80 68.81
(आंकड़े लाख हैक्टेयर में)