प्लांटों में स्टॉक नगण्य, देशी घी 150 रुपए प्रति टिन और महंगा

वितरक मंडियों एवं निर्माता कंपनियों के पास भी घी का पर्याप्त स्टॉक नहीं

जयपुर, 19 जुलाई। प्लांटों में उपलब्धता घटने तथा उपभोक्ता मांग जारी रहने से स्थानीय डेयरी उत्पाद बाजार में देशी घी और महंगा हो गया। तीन दिन के अंतराल में घी की कीमतें 150 रुपए प्रति टिन और उछल गईं। इस बीच कंपनी ने ब्रांडेड महान घी की कीमत 8250 रुपए प्रति 15 किलो निकाली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार घी का उत्पादन करने वाली कंपनियां लिक्विड् दूध की भारी कमी से लगभग बंद हो चुकी हैं। वैसे भी इन दिनों देशी घी के प्लांट सामान्यतया मेंटीनेंस में चले जाते हैं। यही कारण है कि निर्माता कंपनियों में बेस्ट देशी घी एवं दूध पाउडर की किल्लत देखी जा रही है। राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित आर. मूंदड़ा एंड कंपनी के रामनिवास मूंदड़ा ने बताया कि छोटी-बड़ी वितरक मंडियों एवं निर्माता कंपनियों के पास घी का पर्याप्त स्टॉक नहीं है। उत्तर भारत के प्लांट चलने में अभी काफी समय लगेगा। परिणामस्वरूप देशी घी एवं दूध पाउडर के भाव और बढ़ सकते हैं। बीते सप्ताह उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान तथा मध्य प्रदेश आदि सभी राज्यों में देशी घी का स्टॉक बहुत कम बचने की खबरें आ रही हैं। वहीं सीजन प्रारंभ होने में अभी काफी समय बाकी है। मूंदड़ा ने कहा कि यही कारण है कि बिके हुए मालों की डिलीवरी तथा श्रावणी खपत की पूर्ति करना प्लांटों के लिए मुश्किल हो गया है। गौरतलब है कि देश में वर्तमान में प्रसिद्ध कावड़ यात्रा चल रही है। जिसमें घी एवं दूध पाउडर की व्यापक खपत हो रही है। दूध पाउडर के भाव वर्तमान में और उछलकर 320 से 350 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। देशी घी के भावों में फिलहाल मंदी के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।