नए सीजन में जीरे की बिजाई बढ़ने के प्रबल आसार

नई फसल शुरू होने से पहले 300 रुपए किलो बिक सकता है जीरा

जयपुर, 22 सितंबर। जीरे में इन दिनों 10 रुपए प्रति किलो की तेजी-मंदी का व्यापार चल रहा है। जैसे ही थोड़ी तेजी आती है, जीरे की बिकवाली बढ़ जाती है। बिकवाली दबाव के कारण फिर से मंदी आ जाती है। जयपुर मंडी में गुरुवार को बेस्ट मशीनक्लीन जीरा 270 रुपए तथा मीडियम मशीनक्लीन के भाव 256 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे थे। हालांकि अभी जीरे की बिजाई प्रारंभ नहीं हुई है। दिवाली के बाद जीरे की बिजाई शुरू होती है। गुजरात में नए जीरे की आवक 20 फरवरी बाद तथा राजस्थान में 15 मार्च के बाद होती है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान और गुजरात जैसे प्रमुख जीरा उत्पादक राज्यों में इस बार अच्छी मानसूनी बारिश हुई है। इसके अलावा इस साल जीरे की ऊंची कीमतों के कारण नए सीजन में जीरे की बिजाई बढ़ने के प्रबल आसार नजर आ रहे हैं। हाल ही आयोजित एक व्यापारिक सेमिनार में जीरे के भावों में अच्छी तेजी आने का अनुमान व्यक्त किया गया है। सेमिनार में की गई घोषणा पर यदि विश्वास किया जाए तो नई फसल प्रारंभ होने से पहले जीरे के भाव 300 रुपए प्रति किलो के आसपास जा सकते हैं। चालू सीजन के दौरान जीरे के उत्पादन में करीब एक तिहाई गिरावट आने के बाद से इसकी थोक कीमतें लगातार नए-नए रिकार्ड कायम करती रही हैं। इस बीच समुद्री भाड़ा भी बीते कुछ समय के दौरान बढ़ता हुआ पांच गुना तक पहुंच गया है, जिससे निर्यात प्रभावित हो रहा है। भारत के अलावा विश्व में तुर्की एवं सीरिया भी जीरा उत्पादक देश हैं। जीरा उत्पादन में अब अफगानिस्तान एवं ईरान भी चुनौती पेश करने लगे हैं। उधर जीरे के साथ-साथ सौंफ के भाव भी काफी उछल गए हैं। वर्तमान में सौंफ की कीमतें 150 रुपए प्रति किलो के पार निकल गई हैं, जबकि गत वर्ष इन्हीं दिनों में सौंफ के भाव 60 से 70 रुपए प्रति किलो चल रहे थे।