ऊंचे भावों पर देशी घी एवं मिल्क पाउडर की डिमांड नहीं

कंपनियों में उत्पादन बंद हो जाने के बावजूद घी की कीमतें स्थिर

प्लांटों में गत वर्ष की तुलना में सिर्फ 40 फीसदी बटर का स्टॉक  

जयपुर, 29 जुलाई। देशी घी की बढ़ती कीमतों के चलते इन दिनों घी के कारोबार में सुस्ती देखी जा रही है। ऊंचे भावों में व्यापार घटकर एक चौथाई रह गया है। यही कारण है कि वर्तमान में घी अंडर रेट बिक रहा है। उल्लेखनीय है कि उत्तर भारत के तकरीबन सभी प्लांटों में मेंटीनेंस का कार्य चल रहा है। लिहाजा देशी घी के साथ-साथ पाउडर प्लांट भी बंद चल रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कंपनियों के पास बटर का स्टॉक नहीं के बराबर है। यही वजह है कि कंपनियों में उत्पादन बंद हो जाने के बावजूद घी की कीमतें स्थिर चल रही हैं। चूंकि ग्राहकी का अभाव बना हुआ है। यूं तो घी की कीमतें 8000 रुपए प्रति टिन को क्रॉस कर गई हैं। लेकिन इन भावों पर उपभोक्ता मांग एक चौथाई रह गई है। प्लांटों में गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में सिर्फ 40 फीसदी ही बटर का स्टॉक बचा है। यही कारण है कि कम बिक्री के बावजूद कंपनियों में घी के दाम 7950 रुपए प्रति 15 किलो तक चल रहे हैं। उधर अंतरराष्ट्रीय बाजार में बटर के भाव ऊंचे चल रहे हैं। लिहाजा बटर का आयात फिलहाल संभव नहीं है। दूसरी ओर जो छोटे प्लांट वाले बटर लेकर देशी घी बनाते थे, उन्हें भी बढ़िया बटर उपलब्ध नहीं हो रहा है। आज भी 82 फैट्स का बटर 417 रुपए प्रति किलो जीएसटी अलग से कम पर नहीं मिल पाएगा। जानकारों का कहना है कि कुछ गिनी चुनी कंपनियां 400 से 410 रुपए प्रति किलो में 80 फैट्स का बटर बेच रही हैं। इस बीच देशी घी के प्लांट चलने में अभी लंबा समय बाकी है। इसे देखते हुए देशी घी की कीमतें अभी टिकी रहेंगी। यदि त्योहारी डिमांड निकली तो घी और महंगा भी हो सकता है। हालांकि वर्तमान में देशी घी की बिक्री चौतरफा पूरी तरह से घट गई है। क्योंकि इतने ऊंचे भावों में उपभोक्ता घी नहीं खरीद रहा है। घी के साथ-साथ मिल्क पाउडर में भी ग्राहकी का अभाव देखा जा रहा है। ब्रांडेड स्किम्ड् मिल्क पाउडर 320 से 340 रुपए प्रति किलो पर लगभग स्थिर चल रहे हैं। इसके अलावा हल्के ब्रांड वाले मिल्क पाउडर 250 रुपए प्रति किलो के आसपास बाजार में बेचे जा रहे हैं। पॉपुलर मिल्क पाउडर बंगाल टाइगर ब्रांड के भाव फिलहाल 345 रुपए प्रति किलो बोले जा रहे हैं। आपको बता दें देश में पंजाब एवं राजस्थान दो ही ऐसे राज्य हैं, जहां पर देशी घी बहुतायत में बिकता है। वर्तमान में आरसीडीएफ का सरस घी तथा निजी डेयरी का कृष्णा घी दो ऐसे ब्रांड हैं जो अन्य घी के मुकाबले काफी सस्ते बने हुए हैं।