गेहूं की कीमतों में तेजी नहीं, 1850 से 1870 रुपए बिका

चक्की आटा 1025 से 1100 रुपए प्रति 50 किलो पर उपलब्ध

जयपुर, 14 मई। लॉकडाउन के दौरान इन दिनों गेहूं की कीमतों में दबाव बना हुआ है। मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं का आज गुरुवार को 1850 से 1870 रुपए प्रति क्विंटल में मनोहरपुर स्थित एक रोलर फ्लोर मिल के लिए व्यापार हुआ। मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने कहा कि राज्य सरकार ने जब से किसान कल्याण फीस दो फीसदी लगाई है, तब से गेहूं का घटाकर व्यापार हो रहा है। खाद्य पदार्थ व्यापार संघ मुहाना अनाज मंडी के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि यूं तो वर्तमान में राजस्थान की सभी मंडियों में किसान कल्याण सैस के विरोध में कारोबार बंद चल रहा है। फिर भी राज्य के बाहर से आने वाले गेहूं का कारोबार 25 से 50 रुपए प्रति क्विंटल कम पर हो रहा है। जयपुर में चक्की आटा 1025 से 1100 रुपए प्रति 50 किलो पर आसानी से उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि गेहूं व आटे की कीमतें समान बनी हुई हैं।

उधर लालसोट स्थित व्यापारी राकेश बेनाड़ा ने कहा कि लालसोट मंडी 20 मार्च से ही बंद चल रही है। कर्फ्यू के कारण यहां की मंडी पूरी तरह से बंद है। चौमूं स्थित कारोबारी सोहनलाल ने कहा कि पिछले करीब दो माह से चौमू मंडी में किसी भी कृषि जिंस का कोई कारोबार नहीं हो रहा है। सूरजपोल मंडी जयपुर स्थित ब्रोकर घनश्याम ने बताया कि गेहूं के भावों में किसी भी प्रकार की तेजी-मंदी नहीं है। अन्नपूर्णा ट्रेडिंग कंपनी के के.जी. झालानी ने कहा कि वर्तमान में गेहूं व आटे की कीमतें लगभग स्थिर बनी हुई हैं। डिमांड व सप्लाई सामान्य होने से आटे के भाव पूर्व स्तर पर स्थिर चल रहे हैं। रूद्र एंटरप्राइजेज के चन्द्रभान ने कहा कि लॉकडाउन के कारण जौ की कीमतें काफी नीचे चल रही हैं। माल्ट कंपनियों की कमजोर लिवाली के चलते लूज जौ के भाव 1450 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास बने हुए हैं।