गेहूं की कीमतों में दिवाली तक लंबी तेजी नहीं आएगी

इस वर्ष देश में गेहूं का उत्पादन 1100 लाख टन होने का अनुमान

जयपुर, 18 जून। केन्द्र सरकार द्वारा कोविड-19 के चलते लॉकडाउन में गरीब जनता की सहायता के लिए इस बार भी 30 नवंबर तक प्रति व्यक्ति पांच किलो गेहूं मुफ्त दिए जाने से गेहूं की कीमतों में लंबी तेजी तो नहीं आएगी। मगर अब ज्यादा मंदी के आसार भी नहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गेहूं की कीमतें ऊंची होने से निर्यातकों की चौतरफा लिवाली के चलते गेहूं में और मंदी नहीं है। जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी दड़ा गेहूं शुक्रवार को 1750 रुपए प्रति क्विंटल पर नरमी लिए हुए था। मित्तल दलिया के निर्माता मुकुल मित्तल ने बताया कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश से 1675 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से लगातार रैकों की लोडिंग हो रही है। बांग्लादेश एवं नेपाल आदि देशों को गेहूं जाने लगा है। दूसरी ओर सरकार द्वारा अब तक गेहूं की सरकारी खरीद 425.77 लाख टन केन्द्रीय पूल के लिए हो चुकी है। हरियाणा एवं पंजाब में सरकारी खरीद बंद हो चुकी है। मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश में गेहूं की खरीद अभी जारी है, लेकिन शीघ्र ही बंद होने वाली है। इस वर्ष देश में गेहूं का उत्पादन 1100 लाख टन होने का अनुमान है। गेहूं का पुराना स्टॉक भी गोदामों में पड़ा हुआ है। इसे देखते हुए दिवाली तक गेहूं में लंबी तेजी की संभावना नहीं है।