प्रदेश की मंडियों में प्रतिदिन 30 हजार बोरी नए जौ की आवक

लूज में 2000 से 2150 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा, मंदी के आसार

जयपुर, 14 मार्च। राज्य की मंडियों में नए जौ एवं गेहूं का श्रीगणेश हो गया है। हालांकि गेहूं का फिलहाल प्रैशर नहीं बन पाया है। कोटा की भामाशाह अनाज मंडी में नए गेहूं की आवक प्रारंभ हो गई है। हाड़ौती की अन्य मंडियों में भी नया गेहूं प्रतिदिन उतर रहा है। इधर चाकसू, बगरू, चौमू, श्रीमाधोपुर, दौसा एवं जयपुर आदि मंडियों में रोजाना 25 से 30 हजार बोरी जौ की आमद हो रही है। चाकसू मंडी में आज करीब 12 हजार बोरी नए जौ की आवक होने के समाचार हैं। उदयपुर संभाग की प्रमुख मंडियों उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और निम्बाहेड़ा में प्रतिदिन तीन हजार बोरी नया जौ आ रहा है। हालांकि अभी नए जौ में नमी बताई जा रही है। वहां पर जौ का लूज में 2100 रुपए प्रति क्विंटल में व्यापार हो रहा है। वर्तमान में लूज जौ के भाव जयपुर मंडी में मंगलवार को 2000 से 2150 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित फर्म अविशि ट्रेडिंग कंपनी के जितेन्द्र सर्राफ ने बताया कि जैसे-जैसे जौ की आवक बढ़ेगी, इसकी कीमतों में और गिरावट के आसार बनेंगे। जानकारों के अनुसार इस साल जौ की पैदावार पिछले साल के मुकाबले डेढ़ गुना हुई है। हालांकि जौ की बिजाई तो दुगुनी हुई थी, मगर प्रतिकूल मौसम के चलते उत्पादन करीब डेढ़ गुना ही हुआ है। मध्य प्रदेश, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश में भी इस बार जौ की फसल बेहतर बताई जा रही है। यूं तो राजस्थान में जौ की खपत पशु आहार में काफी होती है, लेकिन जैसे-जैसे इसके गुणों के बारे में पता चलता जा रहा है, तब से इसकी मांग बढ़ती जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार जौ का आटा खाने से कई प्रकार के फायदे होते हैं। जौ का आटा कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है।