बिजाई अधिक होने से जीरे की कीमतों में निरंतर गिरावट

होलसेल में मशीनक्लीन जीरा 375 से 425 रुपए प्रति किलो बिका

जयपुर, 3 जनवरी बिजाई अधिक होने तथा स्टॉकिस्टों की बिकवाली चलने से स्थानीय थोक मंडियों में जीरे की कीमतें निरंतर टूट रही हैं। जयपुर मंडी मे

वर्तमान में मशीनक्लीन जीरे के भाव 375 से 425 रुपए प्रति किलो थोक में बोले जा रहे हैं। यानी ऊंचे भावों से जीरा करीब 350 रुपए प्रति किलो मंदा हो गया है। बिकवाली दबाव जारी रहने से जीरे की कीमतों में और गिरावट के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक इस बार जीरे की बिजाई राजस्थान, गुजरात एवं सौराष्ट्र आदि राज्यों में जोरदार होने की खबरें मिल रही हैं। राजस्थान की बाड़मेर लाइन में किसान जीरे की बिजाई पिछले साल की तुलना में लगभग 40 फीसदी ज्यादा कर चुके हैं। इसे देखते हुए अनुकूल मौसम होने पर जीरे की आने वाली फसल रिकार्ड स्तर पर होने की संभावना है। जानकारों का कहना है कि चालू सीजन में जीरे का उत्पादन उतना कम नहीं हुआ था, जितना सटोरियों ने तेजी की आग लगा दी थी। पिछले साल अगस्त से पहले केवल बड़े सटोरियों की सट्‌टेबाजी से बाजार रिकार्ड ऊंचे हो गए थे। जुलाई से लेकर अक्टूबर माह तक बिकवाली का चौतरफा प्रैशर इतना ज्यादा रहा कि बाजार टूटकर काफी नीचे आ गए हैं। नीचे में थोड़ा हल्की क्वालिटी का जीरा 350 रुपए प्रति किलो तक बिकने लगा है। हालांकि अब नीचे वाले भावों में वायदा बाजार में भी सटोरिये लिवाल आ गए हैं। इस बीच बाहरी ट्रेड के कारोबारी घटे हुए भाव में जनवरी का जीरा खरीदने लगे हैं। ऊंझा मंडी में हाजिर का जीरा कुछ ऊंचा बिकने की खबर है। लिहाजा चालू जनवरी माह में जीरे की कीमतों में कुछ ठहराव आ सकता है। पूरे सौराष्ट्र के साथ-साथ काठियावाड़, मेहसाना, पोरबंदर, ऊंझा तथा राजस्थान के मेड़ता, बालोतरा, दौसा, डीडवाना, जोधपुर एवं बीकानेर तथा जैसलमेर लाइन में जीरे की बंपर बिजाई हुई है। अभी तक मौसम जीरे के उत्पादन के अनुकूल बताया जा रहा है। वहीं हाजिर में डिमांड कमजोर चल रही है। अधिकांश कारोबारी अपने स्टॉक के माल को वर्तमान में बढ़े हुए भावों पर निकालने में लगे हुए हैं। अभी तक की खबरों के अनुसार गुजरात एवं सौराष्ट्र में पिछले साल के मुकाबले करीब 50 फीसदी बिजाई अधिक हो चुकी है।