विदेशों में भारतीय काबली चने की डिमांड बढ़ी, भाव 15 रुपए प्रति किलो तेज

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसकी उपलब्धता घटने से और तेजी के आसार

जयपुर, 6 जून। विदेशों में भारतीय काबली चने की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। यही कारण है कि बीते एक-डेढ़ सप्ताह के दौरान काबली चना 10 से 15 रुपए प्रति किलो महंगा हो गया है। जयपुर मंडी में मोटा काबली चना वर्तमान में 140 रुपए तथा मीडियम 120 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। महाराष्ट्र का छोटा काबली 105 रुपए प्रति किलो बिकने की खबर है। एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022-23 में पिछले साल की तुलना में भारत से काबली चने का निर्यात दोगुना तक बढ़ गया है। व्यापार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अगले साल तक भारतीय काबली चने में तेजी बनी रहेगी। उल्लेखनीय है कि दुनिया के दो देश ऐसे हैं जहां काबली चना सबसे अधिक निर्यात किया जा रहा है। संयुक्त अरब अमीरात और श्रीलंका में सबसे ज्यादा काबली चना भेजा जा रहा है। ध्यान रहे दुनिया के जिन देशों में काबली चना पैदा होता है, वहां से इसकी सप्लाई कम हो गई है। जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसकी भारी कमी देखी जा रही है। यही कारण है कि भारतीय काबली चने का निर्यात लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत का बोल्ड काबली चना सबसे ज्यादा निर्यात होता है। काबली चने की बोल्ड वैरायटी भारत और मैक्सिको में सबसे ज्यादा पैदा होती है। हालांकि मैक्सिको में नए काबली चने की कटाई शुरू हो गई है। इस साल मैक्सिको में काबली चने की पैदावार कमजोर बताई जा रही है। जानकारों का कहना है कि मैक्सिको के पास इस बार काबली चने का रिजर्व स्टॉक नहीं है, जबकि भारत के साथ यह प्लस पाइंट है। इन सभी कारणों के चलते भारत के काबली चने की पूरी दुनिया में धूम मची हुई है। केवल भारतीय काबली चना ही नहीं बल्कि दुनिया आज काले चने के लिए भी भारत की ओर देख रही है। महाराष्ट्र में इस बार छोटे चने की बंपर पैदावार है। छोटे चने की डिमांड दुबई और अल्जीरिया में बहुत अधिक है। वहां ही इसका निर्यात किया जा रहा है।