विदेशी तेलों में 40 फीसदी की नरमी, सरसों में गिरावट जारी

कांडला पोर्ट पर क्रूड पाम ऑयल 10700 रुपए प्रति क्विंटल के निचले स्तर पर

जयपुर, 5 जुलाई। चौतरफा बारिश के चलते देश भर की उत्पादक मंडियों में सरसों सीड की दैनिक आवक घटकर करीब पौने तीन लाख बोरी रह गई है। मगर विदेशी तेलों में 35 से 40 फीसदी की नरमी आ जाने से सरसों सीड के भाव निरंतर टूट रहे हैं। जयपुर मंडी में सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन मंगलवार को और मंदी होकर 6875 रुपए प्रति क्विंटल पर आ थमी। एगमार्क सरसों तेल में भी 20 से 25 रुपए प्रति टिन निकल गए। व्यापारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंडोनेशिया एवं मलेशिया में सीपीओ तथा पामोलिन सहित अन्य खाद्य तेलों के भाव लुढ़क जाने से घरेलू बाजार में भी खाने के तेलों में गिरावट दर्ज की गई है। इस बीच सरसों एवं सोयाबीन सीड की उपलब्धि प्रचुर मात्रा में बनी होने से खाने के तेलों में फिलहाल तेजी के आसार समाप्त हो गए हैं। गौरतलब है कि केएलसीई में लगभग 387 रिंगिट की गिरावट दर्ज की गई है। इसी प्रकार कांडला पोर्ट पर क्रूड पाम ऑयल 10700 रुपए प्रति क्विंटल के निचले स्तर पर आ गया है। अधिकांश खाद्य तेल निर्यातक देश तेल का स्टॉक जमा होने से लगातार भाव घटाकर बिकवाली कर रहे हैं। इसके अलावा सरकार ने आयात शुल्क एवं सैस भी घटा दिया है। परिणामस्वरूप खाद्य तेलों में आगे भी मंदी के आसार बन सकते हैं। इधर तेल रहित एवं तेल सहित खल में भी घरेलू एवं निर्यात मांग काफी कमजोर है, जिससे प्लांटों एवं वितरक मंडियों सहित यहां भी बाजार सुस्त बने हुए हैं। मध्य प्रदेश के प्लांटों में सोया डीओसी 50,000 रुपए प्रति टन तथा कोटा लाइन में 53000 रुपए प्रति टन के भाव बोले जा रहे हैं।