डिमांड बढ़ने से बिनौला खल में और तेजी के आसार

राजस्थान की मंडियों में प्रतिदिन 70 ट्रक की आवक

जयपुर, 17 फरवरी। पशु आहार जिंसों में इन दिनों जोरदार तेजी का रुख देखा जा रहा है। मक्की एवं बाजरे की कीमतें उछलने से पशु पालकों की लिवाली बिनौला खल में ज्यादा निकल रही है। परिणामस्वरूप बिनौला खल दो सप्ताह के अंतराल में ही 75 रुपए महंगी होकर वर्तमान में 2350 से 2450 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गई है। गौरतलब है कि पूर्व में मक्का 1600 रुपए के आसपास बिक रही थी, जो कि बढ़कर अब 2200 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गई है। इसी प्रकार बाजरे के भाव बढ़कर 1800 से 2000 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गए हैं। यही कारण है कि ब्रांडेड पशु आहार निर्माताओं की मांग भी बिनौला खल में अधिक हो गई है। सत्य ट्रेडिंग कंपनी के डायरेक्टर दिनेश वैद ने बताया कि पूर्व वर्ष के मुकाबले इस साल मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक एवं गुजरात में बिनौला कम पैदा हुआ है। इसे देखते हुए बिनौला खल के भाव दो-तीन माह के दौरान करीब 400 रुपए प्रति क्विंटल तक और उछल सकते हैं। उत्पादन केन्द्रों पर नए बिनौले की आवक नवबंर से हो रही है। चूंकि राजस्थान में पशुधन अधिक है, लिहाजा उत्पादन केन्द्रों से राज्य में लगभग 70 ट्रक बिनौला खल प्रतिदिन उतरती है। राजस्थान की श्रीगंगानगर, पीलीबंगा, संगरिया एवं भीलवाड़ा आदि मंडियों में देश में कुल उत्पादन का सिर्फ 10 फीसदी बिनौला पैदा होता है। उधर लाल तिल्ली (बंगाल तिल्ली) के भाव उछल गए हैं। जयपुर डिलीवरी बंगाल तिल्ली 500 रुपए बढ़कर 9200 रुपए प्रति क्विंटल बिकने लगी है। सरसों खल प्लांट मामूली नरमी लेकर 1840 रुपए प्रति क्विंटल बोली जा रही है। सफेद तिल्ली के भाव 11500 रुपए प्रति क्विंटल पर मजबूत बने हुए हैं। थोक बाजार भाव इस प्रकार रहे:-

ग्वाला डायमंड 1850, महाराजा सुपर1925, महाराजा मोहन भोग 1875,महाराजा राजभोग 1775, आशीर्वादगोल्ड 1850, एस्सार डेयरी स्पेशल2000 रुपए प्रति क्विंटल।