उत्तरी गुजरात के मौसम पर निर्भर करेगी जीरे की तेजी-मंदी

जयपुर, 5 सितंबर। एनसीडैक्स पर जीरा मंदा होने से व्यापारियों में एक बार फिर चिंता का माहौल है। यद्दपि हाजिर में जीरा कतई मंदा नहीं हुआ है, अलबत्ता स्टॉकिस्टों की लिवाली में जरूर रुकावट देखी जा रही है। जानकारों का कहना है कि जीरे की तेजी-मंदी उत्तरी गुजरात में आने वाले दो सप्ताह के मौसम पर निर्भर करेगी। खबर मिली है कि उत्तरी गुजरात में चालू मानसून सीजन के दौरान अभी तक काफी कम बारिश हुई है। उधर तुर्की एवं सीरिया में इस बार जीरे की फसल कमजोर आई है।  वर्तमान में मीडियम कटिंग लूज जीरा 220 रुपए तथा बेस्ट कटिंग 250 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। गुजरात की ऊंझा मंडी में जीरे की आवक घटकर तीन हजार बोरी के आसपास रह गई है। बांग्लादेश के लिए निर्यातकों की मांग निकलने से जीरे में फिर से मजबूती के संकेत बताए जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में जीरे की कीमतें आकर्षक बनी हुई हैं। रुपया कमजोर होने से भी जीरा निर्यातकों को फायदे का सौदा साबित हो रहा है।