कपड़ा, रेडिमेड गारमेंट तथा फुटवियर पर 12 फीसदी जीएसटी का भारी विरोध

भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने सांसद रामचरण बोहरा को दिया ज्ञापन

जयपुर, 13 दिसंबरभारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने कपड़ा, रेडिमेड गारमेंट तथा फुटवियर पर जीएसटी बढ़ाने का विरोध किया है। गौरतलब है कि जीएसटी काउंसिल ने पिछले माह एक अधिसूचना जारी कर जीएसटी की दरें 7 फीसदी बढ़ा दी हैं। कपड़े पर 5 से बढ़ाकर 12 फीसदी, रेडिमेड गारमेंट एवं फुटवियर पर भी 5 से बढ़ाकर 12 फीसदी जीएसटी लागू कर दिया है। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले कपड़ा, रेडिमेड गारमेंट एवं फुटवियर के व्यापारी राष्ट्रीय चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता के नेतृत्व में आज सांसद रामचरण बोहरा से मिले तथा अपनी व्यापारिक समस्याओं के निराकरण के लिए ज्ञापन दिया।

गुप्ता ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि रोटी, कपड़ा और मकान तथा पैरों में पहनने के लिए चप्पल जूते एक आम आदमी की प्राथमिकता होती है। सरकार ने रोटी के लिए अनाज एवं दालों को कर मुक्त कर रखा है। मकानों के लिए भी सरकार ने अनेकों बार सब्सिडी की घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि कपड़ा, रेडिमेड गारमेंट तथा फुटवियर पर जीएसटी 5 से बढ़ाकर 12 फीसदी करना न्यायोचित नहीं है। गुप्ता ने सरकार से आग्रह किया है कि इसे पूर्व की भांति 5 फीसदी ही रखा जाना चाहिए। सांसद रामचरण बोहरा ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि वे उनके विचारों से सहमत हैं तथा सरकार को इससे शीघ्र ही अवगत कराया जाएगा।

प्रतिनिधमंडल में राजस्थान फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शिखरचंद बैराठी, मंत्री जितेन्द्र चुग, राजस्थान रेडिमेड वस्त्र निर्माता एंड विक्रेता संघ के अध्यक्ष राजेन्द्र सेठी, यूनिफॉर्म मैन्युफैक्चरर्स एंड सप्लायर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष विमल सर्राफ, भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष मुकेश पारीक कटले के कपड़ा व्यापारियों के साथ शामिल हुए। प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न व्यापारिक संगठनों के करीब 40 सदस्य शामिल थे। नेशनल चेयरमैन बाबूलाल गुप्ता ने कहा कि जीएसटी बढ़ने से अंतिम उपभोक्ता पर वित्तीय बोझ बढ़ेगा। छोटे व्यापारी प्रभावित होंगे। रोजगार एवं उत्पादन में कमी आएगी। निर्यात पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।