उत्पादक मंडियों में नए धनिये का श्रीगणेश, भाव गिरे

ईगल मशीनक्लीन कोटा 82, स्कूटर 88 रुपए प्रति किलो बिका

जयपुर, 15 जनवरी। देश की उत्पादक मंडियों में इन दिनों नए धनिये की छिटपुट आवक शुरू हो गई है। मंडियों में पुराने धनिये का कैरीओवर स्टॉक भी काफी है। यही कारण है कि धनिये की कीमतें लगातार टूट रही हैं। दो सप्ताह के अंतराल में धनिया तकरीबन 5 रुपए प्रति किलो मंदा हो गया है। धनिया ईगल मशीनक्लीन कोटा 82 रुपए तथा स्कूटर 88 रुपए प्रति किलो जीएसटी पेड बोला जा रहा है। फिलहाल गुजरात के गोंडल तथा राजस्थान की रामगंजमंडी में दो-चार बोरी गीला धनिया आने लगा है। नए धनिये की अच्छी आवक 10 फरवरी से प्रारंभ हो जाएगी। स्थानीय राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित प्रमुख फर्म श्रीनाथ ब्रोकर के प्रमोद मेड़तवाल ने कहा कि देश की मंडियों में धनिये की पीक अराइवल 15 मार्च को होने का अनुमान है। इस साल देश में धनिये की बिजाई पिछले साल की तुलना में करीब 40 प्रतिशत कम है। राजस्थान में इस बार 5500 हैक्टेयर क्षेत्र में धनिया बोया गया है। इसी प्रकार गुजरात एवं मध्य प्रदेश में सवा-सवा लाख हैक्टेयर में धनिये की बिजाई हुई है। मेड़तवाल ने बताया कि इस बार लगभग 1.10 करोड़ बोरी धनिया उत्पादन का अनुमान है। इसके अलावा 70 लाख बोरी धनिये का कैरीओवर स्टॉक पड़ा हुआ है। इस बीच देश में धनिये की पैदावार को लेकर 10 एवं 11 फरवरी को कोटा में एक सेमिनार राजस्थानी एसोसिएशन ऑफ स्पाईसेज के बैनर तले होगी। इसमें देश भर से व्यापारी, किसान, वैज्ञानिक, कृषि विशेषज्ञ एवं मसाला निर्माता कंपनियां भाग लेंगी। प्रमोद मेड़तवाल ने बताया कि कोटा में होटल मुकुन्द्र सरोवर प्रीमियर में आयोजित इस सेमिनार में जीरा, धनिया, सौंफ, अजवायन एवं नागौरी मेथी सहित सभी स्पाईसेज की पैदावार एवं इनकी कीमतों को लेकर चर्चा की जाएगी। हालांकि रिटेल काउंटरों पर साबुत धनिया 150 से 200 रुपए प्रति किलो बेचा जा रहा है। पिसा हुआ धनिया ब्रांडेड वाइज विभिन्न कीमतों पर उपलब्ध कराया गया है।