तेल तिलहन पर लागू स्टॉक सीमा तुरंत समाप्त की जावे

सरकार ने स्टॉक लिमिट नहीं हटाई तो घटेगा रबी का बिजाई रकबा

जयपुर, 12 सितंबर। मस्टर्ड ऑयल प्रॉड्यूशर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (मोपा) ने तेल तिलहन पर वर्तमान में लागू स्टॉक सीमा को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग की है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने देश में बढ़ती खाद्य तेलों की कीमतों को ध्यान में रखते हुए तेल उद्योग पर लंबे समय से स्टॉक सीमा लागू कर रखी है। हालांकि स्टॉक सीमा लागू करने से खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों को काबू करने में अच्छी सफलता मिली है। मोपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल डाटा तथा संयुक्त मंत्री अनिल चतर ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को भेजे ज्ञापन में कहा है कि अब समय आ गया है कि किसान को उसकी उपज का उचित मूल्य मिले। इसके लिए यह आवश्यक है कि वर्तमान में तेल व तिलहन पर लागू स्टॉक सीमा को तुरंत प्रभाव से हटा लिया जावे। ज्ञात हो हमारे सामने सोयाबीन एवं मूंगफली आदि की फसल तैयार खड़ी है। देश में इस बार बेहतर बारिश को देखते हुए रबी की बिजाई भी जोरदार होने का अनुमान है। मगर वर्तमान में तिलहनों की कीमतें कम हो जाने से किसान को चिंता सताने लगी है कि उसे फसल का उचित मूल्य मिलेगा या नहीं। लिहाजा ये स्पष्ट है कि जब तक स्टॉक सीमा लागू रहेगी तब तक कोई भी मिलर, ट्रेडर किसानों को उसकी उपज का उचित मूल्य दिलवाने में कोई सहायता नहीं कर सकता है।

स्टॉक सीमा लगाते समय तेल तिलहन के भाव तथा वर्तमान भाव

कमोडिटी             स्टॉक सीमा लगने के समय       वर्तमान भाव

सरसों तेल           181 रुपए                      128 रुपए

सोयाबीन तेल         167 रुपए                     115 रुपए

पामोलिन ऑयल       162 रुपए                     93 रुपए

सोयाबीन सीड         10500 रुपए                   5200 रुपए

सरसों सीड           8900 रुपए                         6400 रुपए

(नोट- तेल रुपए प्रति किलो तथा सीड रुपए प्रति क्विंटल में)