खराब चावल से सैनिटाइजर बनाने के फैसले का स्वागत

जयपुर, 21 अप्रैल। केन्द्र सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए चावल से सैनिटाइजर बनाने का फैसला किया है। हालांकि इसका राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने सरकार के इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की है। सूरजपोल मंडी स्थित जगदीश नारायण रतनलाल सिंघल एंड संस के मनोज सिंघल ने बताया कि सरकार सैनिटाइजर बनाने के लिए बफर स्टॉक में पड़े उस चावल का उपयोग करना चाहती है, जो कि खाने योग्य नहीं है। सिंघल ने बताया कि पिछले साल भी सरकार ने खराब चावल को बेचने के लिए टेंडर निकाले थे। बता दें जो चावल खाने योग्य नहीं होता है, उसे शराब कारखानों को बेच दिया जाता है, जहां पर उससे एल्कोहल का निर्माण किया जाता है। इसी प्रकार सड़े हुए बाजरे से भी एल्कोहल बनाया जाता है। सैनिटाइजर का बेस भी एल्कोहल है। उन्होंने कहा कि सरकार ने फूड कॉर्पोरेशन के गोदामों में बफर स्टॉक में पड़े इसी चावल से सैनिटाइजर बनाने का फैसला किया है। सरकार के इस निर्णय का विरोध नहीं स्वागत किया जाना चाहिए।