श्रमिकों को घर भेजने का कदम इंडस्ट्रीज के लिए घातक

जयपुर, 4 मई। जैतपुरा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित मणिशंकर ऑयल्स प्रा. लिमिटेड के डायरेक्टर मनोज मुरारका ने कहा है कि सरकार का श्रमिकों को अपने घर भेजने का कदम इंडस्ट्रीज के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। श्रमिकों की कमी के चलते खासकर एसेंसियल कमोडिटीज यानी तेल, दालें, मैदा, सूजी व आटा बनाने वाली इंडस्ट्रीज के लिए फैक्ट्री चलाना दूभर हो जाएगा। मुरारका ने बताया कि वर्तमान में वैसे ही लेबर की कमी के कारण कारखानें बहुत कम चल रहे हैं। यदि ये थोड़ी सी लेबर भी चली गई तो भविष्य में जरूरी वस्तुओं की क्राइसिस पैदा हो सकती है। इस संबंध ने मुरारका ने उद्योग आयुक्त मुक्तानंद अग्रवाल को भी अवगत करा दिया है। अग्रवाल ने आश्वासन दिया है कि जरूरी जिंसें उत्पादन करने वाले कारखानों की लेबर को रोकने का प्रयास किया जाएगा। मुरारका ने बताया कि कोविड-19 के चलते वैसे ही तीन-चार श्रमिक तो जैसे थर्मामीटर से बुखार नापने, सेनिटाइजर से हैंड वाश कराने एवं सोशल डिस्टेंसिंग आदि का ध्यान रखने जैसे कार्य में व्यस्त हो गए हैं। कई इकाईयों में तो लेबर आदि रखने का स्थान ही नहीं है। लिहाजा अधिकांश लेबर अपने गांवों से आकर फिर अपने घर चली जाती है।