त्योहारी डिमांड के चलते लगातार महंगा हो रहा देशी घी

उदयपुर में 600 रुपए प्रति किलो में हाल ही अमूल के टेंडर हुए

मधुसूदन 8850 तथा लोटस 8625 रुपए प्रति टिन पर हुआ व्यापार

जयपुर, 25 अगस्त। बहुत से लोगों को आपने यह कहते सुना होगा कि घी बीमारियों का घर होता है। वह शरीर को मोटा करता है। ये जानने के बाद भी इन दिनों देशी घी की खपत लगातार बढ़ रही है तथा यह निरंतर महंगा हो रहा है। ब्रांडेड देशी घी के भाव 9000 रुपए प्रति 15 किलो के आसपास पहुंच गए हैं। गणेश चतुर्थी का त्योहार सामने है। अगले महीने नवरात्र आने वाले हैं। फिर दशहरा एवं दिवाली के लिए घी की खपत रहेगी। ऐसी स्थिति में देशी घी की कीमतें और उछल सकती हैं। राजधानी कृषि उपज मंडी स्थित आर. मूंदड़ा एंड कंपनी के रामनिवास मूंदड़ा कहते हैं कि 15 दिसंबर तक घी की जोरदार खपत रहने वाली है। लिहाजा देशी घी के भावों में मंदी के आसार समाप्त हो गए हैं। हाल ही उदयपुर में अमूल घी का टेंडर 536 रुपए प्रति किलो तथा 12 फीसदी जीएसटी अलग में व्यापार हुआ है। इसका भाव जीएसटी सहित 600 रुपए प्रति किलो के आसपास पड़ता है। इसी प्रकार बटर ऑयल ड्रम का व्यापार 490 रुपए प्रति किलो एवं 12 प्रतिशत जीएसटी अलग में हुआ है। काऊ बटर का सौदा 415 रुपए प्रति किलो जीएसटी अलग में होने के समाचार हैं। यही कारण है कि

लगातार तेजी के चलते गुरुवार को कृष्णा घी 8100 रुपए प्रति टिन में व्यापार हो गया। इसी प्रकार मधुसूदन 8850 रुपए तथा लोटस 8625 रुपए प्रति टिन पर मजबूती लिए हुए था। मूंदड़ा ने बताया कि उत्तर भारत के प्लांटों में देशी घी का स्टॉक नहीं के बराबर है। वैसे भी अधिकांश कारखानों में मेंटीनेंस का कार्य चल रहा है। इसलिए ये कहा जा सकता है कि दिसंबर तक देशी घी में तेजी बनी रहेगी।